देश /विदेश

कोरोना वायरस: अबतक ब्रिटेन से लौटे 20 लोगों में मिला नया स्ट्रेन, जानें कहां कितनी है संख्या

ब्रिटेन से लौटे अबतक 20 लोग कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन से संक्रमित पाए गए हैं। ये सभी ब्रिटेन वैरिएंट जीनोम की चपेट में मिले हैं। इन सभी को एक कमरे में आइसोलेट कर दिया गया है। इससे पहले मंगलवार को छह व्यक्ति नए स्ट्रेन से संक्रमित पाए गए थे। स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा था कि ब्रिटेन से भारत आए छह लोग ब्रिटेन में मिले सार्स-कोव-2 के नए स्ट्रेन से संक्रमित मिले हैं।

कोरोना के नए स्ट्रेन के सबसे अधिक मामले दिल्ली में मिले हैं। दिल्ली की एनसीडीसी लैब में 14 में से 8 नमूने नए स्ट्रेन के मिले हैं। वहीं बंगलूरू की निमहंस लैब में इसके संक्रमितों की संख्या सात है। कोलकाता और पुणे की लैब में कोरोना के नए रूप के एक-एक मामले मिले हैं। सीसीएमबी हैदराबाद में दो नए मामले दर्ज किए गए हैं। इसके अलावा दिल्ली स्थित इंस्टीट्यूट ऑफ जीनोमिक्स एंड इंटीग्रेटिव बायोलॉजी में एक सैंपल पॉजिटिव पाया गया है।

कुल मिलाकर देश की 10 लैब में 107 नमूनों की जांच की गई है। इनमें से 20 मरीज कोविड के नए प्रकार से पॉजिटिव मिले हैं। बता दें कि यह आंकड़ा 29 तारीख तक की जांच का है। माना जा रहा है कि इसमें और इजाफा हो सकता है। सबसे पहले ब्रिटेन में मिला वायरस का नया स्वरूप डेनमार्क, हॉलैंड, ऑस्ट्रेलिया, इटली, स्वीडन, फ्रांस, स्पेन, स्विट्जरलैंड, जर्मनी, कनाडा, जापान, लेबनान और सिंगापुर में भी पाया गया है।

कोलकाता में कोरोना वायरस के नए ‘स्ट्रेन’ का पहला मामला आया सामने
पश्चिम बंगाल में ब्रिटेन में सामने आए कोरोना वायरस के नए प्रकार (स्ट्रेन) का पहला मामला सामने आया है। स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि कलकत्ता मेडिकल कॉलेज अस्पताल के एक वरिष्ठ अधिकारी का बेटा लंदन से आने के बाद ‘म्यूटेंट स्ट्रेन’ वीयूआई-202012/01 से संक्रमित पाया गया है।
बचाव के लिए नया क्या करें?
वायरस से बचाव के लिए पहले जैसे ही मास्क पहनना है। सैनिटाइजर का प्रयोग करें और 6 फुट की दूरी बनाए रखें। भीड़भाड़ वाले स्थानों पर जाने से बचें। बस, ट्रेन और विमान यात्रा जितना हो सके कम करें। इससे बचाव संभव है।

वायरस के नए रूप के लिए किन लोगों की जांच होगी?
ब्रिटेन से 25 नवंबर से लेकर 23 दिसंबर के बीच देश में लौटे 33 हजार लोगों की जांच होगी। इन लोगों में संक्रमण की पुष्टि होती है तो सभी के सैंपल की जीनोम सीक्वेंसिंग जांच होगी जिससे पता चलेगा कि इनमें वायरस का कौन सा स्ट्रेन है।

ऐसे लोगों के संपर्क में आने वालों की भी जांच होगी?
संक्रमित लोगों के संपर्क में आए सभी लोगों की जांच होगी। आईसीएमआर के मानकों के अनुसार, इन लोगों को अलग-अलग केंद्रों पर स्वस्थ होने तक क्वारंटीन किया जाएगा।

नए स्ट्रेन में कुछ अलग लक्षण भी होते हैं?
नए स्ट्रेन में भी पुराने लक्षण ही हैं। सीडीसी ने 5 लक्षणों को लेकर लोगों को आगाह किया है जिसमें सांस संबंधी तकलीफ, उलझन, सीने में दर्द, थकान महसूस होना या सोने के बाद उठने में मुश्किल होना शामिल है।

यात्रा के दौरान बरतें ये सावधानियां
बुखार या सांस संबंधी कोई तकलीफ है तो यात्रा न करें। यात्रा के दौरान मास्क और फेस शिल्ड लगाए रखें। संभव हो तो सिर पर सर्जिकल कैप और हाथ में दस्ताने पहनें, एयरपोर्ट या विमान के अंदर किसी को छूने से बचें, कम सामान लेकर चलें।

 

Show More

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
error: Content is protected !!