आने ही वाली है कोरोना वैक्सीन, एयरलाइंस कंपनियों और एयरपोर्ट अथॉरिटी को वैक्सीन लाने-ले जाने के लिए दिशानिर्देश जारी
नई दिल्लीः भारत में एस्ट्राज़ेनेका और ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी की कोरोना वैक्सीन कोविशिल्ड को इमरजेंसी इस्तेमाल की मंजुरी मिल गई है. वहीं जल्द ही इसके दिल्ली आने की संभावना है. बताया जा रहा है कि कोविशिल्ड वैक्सीन की पहली खेप अगले 48 घंटों में पुणे से दिल्ली हवाई अड्डे लाई जा सकती है. IGI एयरपोर्ट के अधिकारियों का कहना है कि वे जरूरत पड़ने पर एयरपोर्ट परिसर में वैक्सीन को संभालने और यहां तक कि स्टोर करने के लिए तैयार हैं.
कोरोना वैक्सीन के भंडारण में सक्षण IGI
दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (DIAL) के सीईओ विदेह कुमार जयपुरियार का कहना है कि एयरपोर्ट हर दिन कम से कम 27 लाख वैक्सीन के भंडारण करने और 80 लाख वैक्सीन को ट्रांसपोर्ट करने में सक्षम है. उन्होंने बताया कि दो कार्गो टर्मिनल कोल्ड-स्टोरेज सुविधाओं से लैस हैं जो प्रति वर्ष 1.5 लाख मीट्रिक टन से निपटने में सक्षम हैं. उत्तर भारत में, दिल्ली और करनाल को कोरोना वैक्सीन को संग्रहीत करने के लिए नामित किया गया है.
एयरपोर्ट पर -20 डिग्री सेल्सियस तापमान की सुविधा
फिलहाल एस्ट्राज़ेनेका और ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी की ओर से विकसित और सीरम इंस्टीट्यूट में बनाई गई कोविशिल्ड वैक्सीन को राजीव गांधी सुपर स्पेशलिटी अस्पताल के कोल्ड-स्टोरेज सुविधा में स्थानांतरित किए जाने की खबर है. वहीं एयर पोर्ट अधिकारियों ने कहा है कि एयरपोर्ट पर दो कार्गो टर्मिनल -20 डिग्री सेल्सियस तक तापमान बनाए रखने में सक्षम हैं.
DIAL के एक अधिकारी के अनुसार एयरपोर्ट परिसर में दी जाने वाली सुविधाओं के अंतर्गत यहां अत्याधुनिक तापमान-नियंत्रित जोन बनाए गए हैं. जिसमें 25 से -20 डिग्री सेल्सियस तक के अलग-अलग कूल चैंबर्स शामिल हैं. वहीं दोनों टर्मिनलों के तापमान नियंत्रित कंटेनरों को संभालने के लिए पर्याप्त चार्जिंग पॉइंट प्रदान किए गए हैं.
48 घंटों में दिल्ली पहुंचेगी कोरोना वैक्सीन की पहले खेप
अधिकारी के अनुसार फिलहाल उन्हें अभी भी वैाक्सीन के शिपमेंट की जानकारी मिलने का इंतजार है. जिसमें इस बात की जानकारी दी जाएगी कि वैक्सीन कब और कैसे एयरपोर्ट पर पहुंचेगी. अधिकारी ने अनुमान लगाया है कि अगले 48 घंटों में कोरोना वैक्सीन की पहले खेप दिल्ली पहुंच जाएगी.