उम्मीदों का उजियारा बनकर आया नए साल का नया सवेरा
नए साल 2021 का आगाज हो चुका है। इस साल से सभी को काफी उम्मीदे हैं। साल 2020 को कोई भी याद नहीं करना चाहता क्योंकि पिछले साल कोरोना वायरस ने दुनियाभर को अपनी चपेट में ले लिया। इसके कारण अर्थव्यस्था बेपटरी हो गई, दुनियाभर में लाखों लोगों की मौत हो गई, लाखों लोगों से रोजगार छिन गया और करोड़ों लोग भुखमरी की कगार पर पहुंच चुके हैं। वहीं 2021 उम्मीद का उजियारा लेकर आया है। भारत को जल्द ही कोरोना वैक्सीन मिलने वाली है जिससे हम अज्ञात दुश्मन के खिलाफ लड़ाई को प्रभावी तरीके से लड़ेंगे और जीत हासिल करेंगे। आज कोरोना वैक्सीन को आपात मंजूरी देने के लिए केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन की बैठक होनी है। दूसरी ओर नए साल पर घरेलू शेयर बाजार की शुरुआत बढ़त पर हुई है। इसके अलावा दिसंबर 2020 में पिछले छह महीने की तुलना में कोरोना के सबसे कम मामले सामने आए। इससे पता चलता है कि देश वायरस के खिलाफ लड़ाई सही दिशा में लड़ी जा रही है।
ड्राय रन से पहले वैक्सीन के आपात इस्तेमाल को लेकर आज अहम बैठक
दो जनवरी को पूरे देश में कोरोना वैक्सीन का ड्राय रन किया जाएगा। वहीं आज वैक्सीन के आपात इस्तेमाल को लेकर अहम बैठक होनी है। भारत सरकार की केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) के विशेषज्ञों की समिति फाइजर और ऑक्सफोर्ड सहित कई टीकों के आपात इस्तेमाल की मंजूरी को लेकर बैठक में फैसला लेंगे। यह बैठक ऐसे समय पर हो रही है जब ब्रिटेन ने ऑक्सफोर्ड वैक्सीन को और विश्व स्वास्थ्य संगठन ने फाइजर को आपातकालीन इस्तेमाल की मंजूरी दे दी है। विशेषज्ञों की समिति कोवीशील्ड और कोवैक्सीन के आपात इस्तेमाल की इजाजत देने पर विचार करेंगे।
भारत में चल रही है वैक्सीन को लेकर तैयारी
प्रधामंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को गुजरात के राजकोट में एम्स अस्पताल की आधारशिला रखी। इस मौके पर उन्होंने देशवासियों को संबोधित करते हुए कहा कि नया साल 2021 इलाज की आशा लेकर आ रहा है, भारत में वैक्सीन को लेकर हर जरूरी तैयारी चल रही है। उन्होंने कहा कि वैक्सीन को मंजूरी मिलने के बाद देश में बड़ा टीकाकरण अभियान चलाया जाएगा। प्रधानमंत्री ने कहा, ‘साल 2020 में संक्रमण की निराशा थी, चिंताएं थी, चारों तरफ सवालिया निशान थे। लेकिन 2021 इलाज की आशा लेकर आ रहा है। वैक्सीन को लेकर भारत में हर जरूरी तैयारियां चल रही हैं।’
6 महीने में सबसे कम आए कोरोना के मामले
देश में कोरोना वायरस के दैनिक मामलों में उतार-चढ़ाव का सिलसिला जारी है। वहीं संक्रमण का ग्राफ तेजी से नीचे जा रहा है। वायरस के आंकड़े बता रहे हैं कि नए साल पर कोरोना कमजोर हो रहा है। दिसंबर 2020 में पिछले छह महीने की तुलना में कोविड-19 के सबसे कम मामले सामने आए। वहीं मई के बाद दिसंबर में सबसे कम मरीजों की मौत हुई। जून 2020 के बाद पहली बार ऐसा हुआ कि देश में कोरोना के मामले 10 लाख से कम रहे हों।
सुरक्षा परिषद में अस्थायी सदस्य के तौर पर शामिल हुआ भारत
भारत एक जनवरी से अस्थायी सदस्य के तौर पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) में शामिल हो गया है। भारत दो साल तक इसका सदस्य रहेगा। भारत के अंतरराष्ट्रीय संस्था के सदस्य बनने का फ्रांस ने स्वागत किया। भारत में फ्रांसीसी राजदूत इमैनुएल लेनिन ने कहा, ‘हम अंतरराष्ट्रीय कानून को बनाए रखने, आतंकवाद से लड़ने और बहुपक्षवाद का बचाव करने के लिए कंधे से कंधा मिलाकर काम करने के लिए उत्सुक हैं। इसके लिए हमें यूएनएससी में सुधार की भी आवश्यकता है जिससे भारत को एक स्थायी सदस्यता मिल सके।’
नए साल के पहले दिन बाजार में आया उछाल
साल 2021 के पहले कारोबारी दिन यानी एक जनवरी 2021 को घरेलू शेयर बाजार की शुरुआत बढ़त पर हुई। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स 120.70 अंक (0.25 फीसदी) ऊपर 47,872.03 के स्तर पर खुला। वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 0.25 फीसदी (35.30 अंक) ऊपर 14,017.10 के स्तर पर खुला। आज 903 शेयरों में तेजी आई और 249 शेयरों में गिरावट आई। वहीं 30 शेयरों में कोई बदलाव नहीं हुआ। मालूम हो कि एक जनवरी 2020 को सेंसेक्स 41,306.02 पर बंद हुआ था। विश्लेषकों के अनुसार आगे बाजार में उतार-चढ़ाव जारी रहेगा।