चौथे प्रदूषण से सावधान…
केलो कपूत शिव राजपूत की चिट्ठी केलो के नाम. केलो आई तू ने अब तक तीन प्रदूषण को जाना समझा होगा आज चौथे खतरनाक प्रदूषण पर भी गौर करले जो समूचे जीव जगत को प्रभावित कर रहा है वह है प्रकाश प्रदूषण।
जल प्रदूषण,वायु प्रदूषण,ध्वनि प्रदूषण के अलावे अब यह प्रकाश प्रदूषण भी सभी चेतन जगत के शारिरिक व मानसिक तौर पर बुरा असर डालने लगा है।
केलो आई इस नये प्रदूषण की पहचान मेरे एक पर्यावरण सेवी मित्र एल एन चौधरी से हुई ।पत्रकारिता के सतरंगी चमक दमक से दूर गुमनाम ही सही लेकिन एकात्म और सुकून भरा अभावग्रस्त जीवन जीने पिछले कुछ वर्षों से अपने गांव पुसौर मे रहता हूँ यहां चौधरी सर अक्सर आते हैं कई बार मेरे बदहाल दडबे मे रात भी बिताते हैं और रात को सोने से पहले बल्ब बंद करने कहते हैं जिसका मतलब अब समझा हूँ
दिन रात प्रकाश मे रहना सड़कों मे छोटे बडे वाहनों के तेज रोशनी का सामना करना अंधेरे से हमेशा दूरी बनाए रखने से किस कदर हम नींद की समस्या .मानसिक स्वास्थ्य जनित अवसाद व चिड़चिड़ापन की समस्या आदि से जूझना पड़ रहा है यही हाल पशु पक्षी एवं वृक्ष वनस्पति आदि सूक्ष्म जीव जगत का भी निस्संदेह होगा।
बहरहाल इस पर शोध करने की जरूरत है ।
केलो आई हो सके तो तू भी अंधेरे का आनंद ले कर देखना और हाँ मेरी बात ठीक लगी हो तो जवाब देना ।🙏