केलो कपूत शिव राजपूत की चिट्ठी केलो के नाम…..

केलो कपूत शिव राजपूत की चिट्ठी केलो के नाम…..
“बाल उद्यान को पैदा होने में और कितने साल लगेंगे अध्यक्ष महोदय?”

यह तस्वीर किसी उजड़े हुए इमारत की नहीं है बल्कि पैदा होने से पहले कोख में ही दफन हो जाने को मजबूर पुसौर के बाल उद्यान की है। जो ना जाने कितने सालों से छोटे बच्चों के साथ खेलना चाहता है, बच्चों के किलकारी से आबाद हुआ चाहता है। गौरतलब है कि पुसौर के छींच रोड़ में प्रस्तावित बाल उद्यान स्थल की बुनियाद वर्षों पहले रखी गई थी। जो अब खंडहर में तब्दील होने को है, और अतिक्रमणकारियों के नजर में भी है। पुसौर नगर पंचायत के ना जाने किस आलमारी में कैद बाल उद्यान की फाइल कब रिहा होगी किसी को इसकी भी जानकारी नहीं है।
अतः उपरोक्त भूले-बिसरे प्रोजेक्ट पर काम करने के लिये उसे पूरा करने के लिये पर्यावरण प्रेमी सीताराम चौहान द्वारा पुसौर नगर पंचायत के युवा तुर्क अध्यक्ष रितेश थवाईत को दिनांक 15 फरवरी समय 11 बजे ज्ञापन सौंपा जायेगा। वहीं जिला कलेक्टर एवं छत्तीसगढ़ शासन को आवेदन प्रेषित भी किया जाना है।
इस प्रतिनिधि ने पुसौर के बे-तन बहती हवाओं से और खासकर बच्चों को चाहने वालों से ज्ञापन देने में साथ देने कि विनम्र अपील की है…
✍शिव राजपूत


