अंतर्राष्ट्रीय मिलेट वर्ष पर जोबी कॉलेज ने खोली कोदो-कुटकी की खिड़की
जोबी।-खरसिया विधानसभा क्षेत्र के वनांचल क्षेत्र में द्विमुखी विकास यानी शिक्षा के साथ क्षेत्रीय व्यवसाय के प्रति उन्मुखीकरण को लेकर शहीद वीर नारायण सिंह शासकीय महाविद्यालय जोबी-बर्रा ने केन्द्र व राज्य शासन की वैश्विक पहल पर बुधवार दिनांक 03 जनवरी 2024 को अंतर्राष्ट्रीय मिलेट वर्ष 2023 के तहत एक ऐसी कार्यशाला का आयोजन किया, जिसमें मोटे अनाज के उत्पादन एवं उपयोगिता पर ग्राम जोबी सहित निकटस्थ अंचल के ऐसे कृषक जो वंशानुगत पेशेवर हैं, विद्यार्थियों के कृषि वैज्ञानिक बने और महाविद्यालय के सहायक प्राध्यापकों ने उनके संवाद अनुवादित कर सरलता से विद्यार्थियों तक पहुंचाया। कार्यक्रम वृहदत्तर स्तर पर आयोजित हुआ, जिसमें जोबी महाविद्यालय के विद्यार्थियों के साथ एम.ओ.यू के तहत ज.ला.ने. महाविद्यालय सक्ती के 12 विद्यार्थी भी साक्षी रहे और ज्ञान अर्जन किया।
इस दौरान बताया गया की कृषि क्षेत्र के नवीन अनुसंधानों में पाया गया है कि अब तक पोषण की दृष्टि से कमजोर समझे जाने वाले मोटे अनाज जैसे ज्वार, बाजरा, कोदो-कुटकी, कनकी व रागी जैसी उपजें वर्तमान में सुपर फूड मतलब अधिकाधिक पोषक आहार की श्रेणी में गिने-जाने लगी हैं। उन्हें साधारण उपज के समक्ष अधिक श्रेयकर व गुणकारी माना जाने लगा है। इस ओर, विद्यार्थियों के ध्यानाकर्षण के लिए महाविद्यालय के सहायक प्राध्यापक श्री सुरेन्द्र पाल दर्शन के नेतृत्व में एक वृहत्तर कार्यशाला आयोजित की गई। जिसमें मुख्य रूप से क्षेत्रीय उन्नतिशील किसानों ने अपने अनुभव साझा किए। शुरूआती चरण में महाविद्यालय प्रबंधन द्वारा अतिथियों के स्वागत उपरान्त उपस्थित समस्त प्रगतिशील किसानों को नारियल भेंट कर सम्मानित किया गया। तदोपरांत कार्यक्रम को आगे बढ़ाते हुए श्री दर्शन ने कृषि एवम् वनस्पति क्षेत्र में हुए हालिया अनुसंधान एवं अत्याधुनिक आविष्कारों के बारे में नवीनतम जानकारी दी। तत्पश्चात किसानों ने खेती के दौरान मौके पर मोटे अनाज की बीज बुआई, सिंचाई और कटाई के बाद उनकी बाजार में पहुंच एवं बिक्री की मांग तक सभी पहलुओं पर बारी-बारी प्रकाश डाला। इसी कड़ी में विद्यार्थियों को उनके अध्ययन लक्ष्य पर केन्द्रित रहने के साथ-साथ उनके क्षेत्रीय व्यवसाय में कृषि विज्ञान संबंधी आवश्यक अध्ययन से आगे बढ़ कर सहयोग करने की बात की गई। व्याख्यान सत्र में वरिष्ठ सहायक प्राध्यापक श्री वासुदेव प्रसाद पटेल ने कहा कि मोटे अनाज को श्री अन्न मानो, क्यों कि यह प्रोटीन का एक अच्छा स्रोत, ग्लूटेन मुक्त, कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स और डाइटरी फाइबर, कैल्शियम, आयरन, फॉस्फोरस आदि सहित सूक्ष्म पोषक तत्वों और फाइटो-केमिकल्स से भरपूर होता है। जिससे यह समग्र पौष्टिक आहार का काम करता है। संगोष्ठी के दौरान मुख्यतः जोबी के स्थानीय समाज सेवी श्री संतोष देवांगन, कृषक श्री शैलेष डनसेना व श्री ललित गबेल ने क्रमिक रूप से बताया कि ’श्री अन्न’ अर्थात मोटे अनाज किसानों के लिए बेहद फायदेमंद और पर्यावरण के अनुकूल माना जाते हैं। इसमें प्रचुर ऊर्जा, सूखा प्रतिरोधी, सिंचाई की कम आवश्यकता वाली शुष्क मिट्टी सहित हमारे क्षेत्र में भी बड़ी आसानी से उपजाई जाने की क्षमता है। इधर, ग्राम बानीपाथर के कृषक श्री कोमल प्रसाद साहू सहित महिला प्रतिनिधित्व कर रहीं सुश्री तोष कुमारी साहू और ग्राम खम्हार के प्रगतिशील किसान श्री भूपेन्द्र राठिया स्पष्ट किया कि यह कीट आदि के प्रकोप से भी तुलनात्मक रूप से सुरक्षित है। साथ में कृषक श्री राममिलन, श्री विनोद मेहर, श्री रथ लाल राठिया और सुश्री सुखमति चौहान ने इन्हें प्राथमिकता देने को लेकर वांछनीय मार्गदर्शन के लिए सहयोग देते रहने की सहमति भी दी।
अंतिम दौर में सहायक प्राध्यापक श्री योगेन्द्र कुमार राठिया ने कार्यशाला का उद्देश्य पुनः दोहराते हुए कहा कि यह बहुत ही गौरान्वित करने वाला विषय है की इसे संयुक्त राष्ट्र के एक प्रस्ताव द्वारा अपनाया गया और इसका नेतृत्व भारत ने किया, साथ में 70 से अधिक देश इसका समर्थन भी कर रहे हैं। समापन सत्र में सहायक प्राध्यापक श्रीमती डॉ. श्वेता कुम्भज ने कहा कि विद्यार्थियों का कृषि के क्षेत्र में प्रवेश करना भी जरूरी है। इससे उन्हें अनुभव होता है और वे समझ पाते हैं कि किसानों की मेहनत हमारे जीवन के लिए कितनी महत्वपूर्ण है। उन्होंने इस महत्कांक्षी कार्य में अपनी भूमिका सुनिश्चित कर इसका हिस्सा बनने की अपील की। उल्लेखनीय है कि इस दौरान ज.ला.ने. महाविद्यालय सक्ती से आये अधिकारी-कर्मचारियों में श्री अमित शर्मा, श्री मेद्यनाथ जायसवाल और श्री नारायण उपाध्याय ने विषयांतर्गत टिप्पणियां कर सहभागिता निभाई। साथ में जोबी महाविद्यालय से अथिति व्याख्याता श्री राहुल राठौर, श्री रितेश राठौर, श्री राम नारायण जांगड़े, श्रीमती रेवती राठिया सहित कर्मचारी श्री मोहन सारथी व बड़ी संख्या के विद्यार्थी उपस्थित रहे।