AIMIM नेता अनवर पाशा ने ओवैसी का साथ छोड़ थामा ममता का हाथ, लगाया ये बड़ा आरोप
कोलकाता: बिहार में कामयाबी हासिल करने के बाद AIMIM की नजर पश्चिम बंगाल के चुनावों पर हैं, लेकिन यहां पर उसके लिए राह आसान नहीं होगी। क्योंकि पार्टी के पश्चिम बंगाल के संयोजक अनवर पाशा एआईएमआईएम को झटका देते हुए सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गए हैं।
अनवर पाशा आधिकारिक रूप से कोलकाता में टीएमसी आफिस में जाकर शामिल होने का ऐलान किया। ओवैसी की पार्टी ने आधिकारिक तौर पर राज्य चुनाव लड़ने के इरादे की घोषणा की है। पाशा ने कहा है कि बिहार में AIMIM के लड़ने से सिर्फ बीजेपी को फायदा हुआ है और वह बंगाल में ऐसा नहीं होने देंगे, इसलिए उन्होंने AIMIM का साथ छोड़कर ममता का समर्थन करने का इरादा किया है।
बिहार चुनावों के बाद AIMIM अल्पसंख्यक वोटों को विभाजित करने और राजद के नेतृत्व में महागठबंधन के लिए “वोट-कांटने वाले” के रूप में काम करने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। जिसके बाद प्रदेश में भाजपा को फायदा हुआ और सीएम नीतीश कुमार की जेडीयू से ज्यादा सीटें हासिल कर सकी। ऐसे में AIMIM पश्चिम बंगाल में TMC के लिए एक नई चिंता का विषय है, जिसका लक्ष्य इस बार भाजपा के साथ सीधी लड़ाई में हैट्रिक बनाने की है।
एआईएमआईएम ने पश्चिम बंगाल चुनाव लड़ने का संकेत दिया है, जहां पर कम से कम 30% अल्पसंख्यक वोट शेयर है। पिछले लोकसभा चुनाव 2019 के बाद से यह पश्चिम बंगाल में जमीनी स्तर पर अपने कार्यकर्ताओं को मजबूत कर रहा है। लेकिन तृणमूल कांग्रेस अब प्रशांत किशोर के आईपीएसी के डेटा-चालित संगठनात्मक कौशल से आगे बढ़ रही है, उसने एआईएमआईएम की बंगाल योजना में महत्वपूर्ण सेंध लगाई है।
अनवर पाशा पश्चिम बंगाल के मंत्रियों मलोय घटक और ब्रात्य बसु की उपस्थिति में टीएमसी सुप्रीमो ममता बनर्जी को अपना समर्थन दिया है। उन्हें देश का सबसे धर्मनिरपेक्ष नेता बताया और NRC और CAA मुद्दे के खिलाफ उनकी लड़ाई को कामयाब बताया।
पूर्व AIMIM संयोजक ने असदुद्दीन ओवैसी पर कटाक्ष करते हुए कहा, ”संसद में बिल को फाड़ देने से कुछ हासिल नहीं होता, ममता बनर्जी की तरफ सड़कों पर उतरने की जरूरत है। मैं आपको बताना चाहता हूं, बंगाल मत आना, बंगाल को आपकी जरूरत नहीं है। लेकिन अगर आप अभी भी आना चाहते हैं, तो हम आपसे लड़ेंगे।”