छत्तीसगढ़रायगढ़

जिले के सभी किसानों और पशुपालकों को गोबर विक्रय का प्रथम भुगतान सुनिश्चित करें-कलेक्टर भीम सिंह

जिले में 5 हजार से अधिक वन अधिकार पट्टे प्रदान किये जाने का कार्य प्रगति पर

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कलेक्टर ने टीएल (समय-सीमा) की बैठक में किया विभागीय कार्यों की समीक्षा

रायगढ़ । कलेक्टर भीम सिंह ने आज कलेक्टोरट स्थित सभाकक्ष में टीएल (समय-सीमा)की बैठक लेकर जिला स्तरीय कार्यालय प्रमुख अधिकारियों के विभागीय कार्यों के साप्ताहिक प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने मुख्यमंत्री की सर्वोच्च प्राथमिकता वाली गोधन न्याय योजना के सफल क्रियान्वयन हेतु सभी संबंधित अधिकारियों को जिले के पशुपालकों और किसानों तथा गौठानों मेंं काम करने वाले चरवाहों को गोबर विक्रय से प्राप्त होने वाली राशि का प्रथम भुगतान 5 अगस्त को सुनिश्चित करने के निर्देश दिये और जिन गोठानों में पशुओं की तुलना में कम गोबर प्राप्त होने पर वहां के कृषि, पशुपालन और राजस्व विभागों के अधिकारियों को और अधिक प्रयास करने के निर्देश दिये।

कलेक्टर सिंह ने विडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी एसडीएम और जनपद सीईओ को अपने-अपने क्षेत्र के गोठानों की सतत् मॉनिटरिंग करने और ग्राम सरपंच तथा गोठान समितियों की बैठक लेकर पशुपालकों के घरों से गोबर एकत्रित करने हेतु उपयुक्त वाहन की व्यवस्था किये जाने के निर्देश दिये। उन्होंने जिले में द्वितीय चरण में निर्मित होने वाली गोठानों में भी गोबर क्रय किये जाने की तैयारी पहले से किये जाने की लिये पिट निर्माण संबंधी आवश्यक कार्य अभी से प्रारंभ करने के लिये निर्देशित किया।

उन्होंने गोठान में पशुओं के रहने, उनके लिये चारा तथा पानी की व्यवस्था तथा गोबर एकत्रित करने और वर्मी कम्पोस्ट पिट का निर्माण उचित तरीके से किये जाने तथा चारागाहों के 80 प्रतिशत भाग में पशुओं के लिये चारा उगाने और 20 प्रतिशत भाग में बाड़ी विकसित किये जाने के निर्देश दिये। कलेक्टर श्री सिंह ने वर्मी कम्पोस्ट में केचुआ का प्रबंध करने हेतु कृषि विभाग के अधिकारियों को जिम्मेदारी देतेे हुये कहा कि इसके लिए पैसे की व्यवस्था गोठान समिति को प्रदान की गई राशि से किया जाये।

कलेक्टर श्री सिंह ने शहरी क्षेत्रों में अतिक्रमण हटाने के कार्य में तेजी जाने और अतिक्रमण किये गये जमीनों का वार्डवार सर्वे पूर्ण कर 10 दिनों में रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए निर्देश दिये और जो व्यक्ति नियमितिकरण की सहमति दें उनसे निर्धारित राशि वसूल कर शासकीय नियमों के अनुसार प्रस्ताव तैयार कर कार्यवाही करने के निर्देश दिये।

उन्होंने राजस्व एवं निगम के अधिकारियों और कर्मचारियों को सचेत करते हुए कहा कि नियमितिकरण के कार्य में किसी प्रकार के अनियमितता की शिकायत नहीं आनी चाहिये। कलेक्टर सिंह ने जिले में कोरोना से संक्रमित मरीजों की संख्या में वृद्धि पर चिन्ता व्यक्त करते हुये होम क्वारेंटीन में रहने वाले व्यक्तियों की सख्त निगरानी किये जाने और एसडीएम और उद्योग विभाग के अधिकारियों को संयुक्त रूप से सभी उद्योगों के परिसरों की जांच किये जाने और लापरवाही बरतने वाले उद्योगों के विरूद्ध एफआईआर (प्राथमिकी) दर्ज कराने के निर्देश दिये।

उन्होंने बताया कि केन्द्र और राज्य शासन द्वारा जारी गाइड लाइन में प्रत्येक व्यवसाय करने वाले व्यक्तियों के लिए कोरोना संक्रमण काल में संपर्क में आने वाले व्यक्तियों का रजिस्टर संधारित करने के निर्देश है परंतु छोटे-छोटे व्यवसायियों द्वारा इन नियमों का उल्लंघन किये जाने से कोरोना संक्रमण गंभीर होता जा रहा है। इससे बचाव और रोकथाम के लिए सभी व्यक्तियों को गाइड लाइन का पालन करना चाहिये।

कलेक्टर सिंह सिविल अस्पताल खरसिया के संबंध में प्राप्त शिकायतों के निराकरण के लिए जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को आवश्यक निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि अस्पताल की व्यवस्था में सुधार होना चाहिये, जिससे नागरिकों को बेहतर इलाज की सुविधा उपलब्ध हो।

कलेक्टर सिंह ने प्रत्येक माह में एक बार खरसिया मेंं ब्लड डोनेट केम्प आयोजित करने और कैम्प में प्राप्त ब्लड खरसिया अस्पताल के ब्लड स्टोर में उपलब्ध कराने के निर्देश दिये। कलेक्टर श्री सिंह ने जिले मेें सामुदायिक वन अधिकार पट्टा तथा व्यक्तिगत वन अधिकार पट्टे के प्रस्ताव तैयार करने की प्रगति के बारे में जानकारी ली। बैठक में अधिकारियों ने जानकारी दी कि जिले में 05 हजार से अधिक वन अधिकार पट्टे के प्रस्ताव की तैयारियां की जा रही है इनमें 4 हजार 300 प्रस्ताव सामुदायिक वन अधिकार पट्टे के है और 800 से अधिक प्रस्ताव व्यक्तिगत वन अधिकार पट्टे से संबंधित है।

कलेक्टर सिंह ने जिले के किसानों को खरीफ फसल के लिये पर्याप्त खाद उपलब्ध कराने तथा आगामी दिनों की आवश्यकताओं के लिये अभी से खाद मंगाने के निर्देश दिये। उन्होंने वृक्षारोपण का कार्य 15 अगस्त तक पूर्ण करने तथा लगाये जाने वाले पौधों को संरक्षित किये जाने हेतु ट्री-गार्ड तथा अन्य व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिये।

वन मंडलाधिकारी रायगढ़ मनोज पाण्डेय ने बताया कि जिले के सभी विकासखण्डों में पर्याप्त मात्रा में सभी तरह के पौधे उपलब्ध है सभी विभागों के अधिकारी अपनी आवश्यकता के अनुसार पौधे प्राप्त कर सकते है। कलेक्टर सिंह ने जिले में निर्माणाधीन चबूतरों के निर्माण शीघ्र पूर्ण करने और गाय शेड, मुर्गी शेड और बकरी शेड के निर्माण के प्रस्ताव शीघ्र प्रस्तुत करने के निर्देश दिये। उन्होंने जिले के सभी बोर और हेण्ड पंपों के समीप रिचार्ज पिट और शॉक पिट की स्थिति का सर्वे करने और जहां नहीं बने है वहां पर निर्माण कराने के निर्देश दिये ताकि गर्मी के दिनों में वाटर लेबल बना रहे है।

कलेक्टर सिंह ने सभी प्रवासी मजदूरों के जॉब कार्ड पूर्ण करने और रोजगार गारंटी योजना के तहत उन्हें कार्य दिलाने के निर्देश दिये। टीएल (समय-सीमा)की बैठक में एडीएम कटारा, अपर कलेक्टर कुरूवंशी, सीएमएचओ डॉ.केशरी सहित सभी विभागों के जिला प्रमुख स्तर के अधिकारी उपस्थित थे।

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