रायगढ़।
अंबुजा सीमेंट और एसीसी सीमेंट पर अडाणी समूह का कब्जा हो गया है। दोनों में 50 प्रश से अािक हिस्सेदारी अडाणी ने खरीद ली है। इसका असर रायगढ़ पर भी होगा। अंबुजा सीमेंट की कोयला खदान रायगढ़ में है। इसके प्रबंधन पर भी प्रभाव पड़ सकता है।अडाणी ग्रुप ने अब सीमेंट के कारोबार में धमाकेदार एंट्री की है। रायगढ़ जिले में पहले पावर प्लांट का अधिग्रहण और अब अंबुजा सीमेंट को भी खरीद लिया है। दुनिया की सबसे बड़ी सीमेंट कंपनी होलसिम होलसिम ग्रुप ने भारत के सीमेंट बिजनस से हाथ खींच लिए हैं। भारत की दो बड़ी सीमेंट कंपनियों अंबुजा सीमेंट और एसीसी में होलसिम ग्रुप की पूरी हिस्सेदारी को करीब 81,360 करोड़ में अडाणी को बेच दिया है। अडाणी ग्रुप की तरफ से ये अब तक का सबसे बड़ा अधिग्रहण है। होलसिम ग्रुप की अंबुजा सीमेंट्स में 63.19 प्रतिशत की हिस्सेदारी थी जो अब अडाणी ग्रुप की होगी। इसी तरह एसीसी की 54.53 प्रतिशत हिस्सेदारी भी अडाणी के हाथ में चली गई है। अंबुजा सीमेंट की कोयला खदान गारे पेलमा 4/8 रायगढ़ जिले में है। अब कहा जा रहा है कि माइंस के प्रबंधन पर भी इसका बड़ा असर पड़ेगा।
कोरबा वेस्ट के लिए कोयला आपूर्ति
अडाणी पावर ने रायगढ़ जिले के कोरबा वेस्ट पावर प्लांट का अधिग्रहण किया था। अब अंबुजा सीमेंट का भी टेकओवर कर लिया है। कोरबा वेस्ट वर्तमान में रायगढ़ एनर्जी हो चुका है। प्लांट के लिए कोयले की आपूर्ति में अडाणी को मदद मिलेगी क्योंकि कोयला मंत्रालय ने केप्टिव माइंस से भी 50 / कोयला बेचने की अनुमति दी थी।