पाइपलाइन विस्तार और टंकी निर्माण कार्यों की गुणवत्ता से समझौता बर्दाश्त नहीं किया जाएगा – कलेक्टर
धमतरी । जलजीवन मिशन के तहत गठित जिला जल एवं स्वच्छता समिति की 43वीं बैठक आज सुबह कलेक्टर पी.एस. एल्मा की अध्यक्षता में आयोजित की गई, जिसमें उन्होंने विभिन्न जलप्रदाय योजनाओं की साप्ताहिक प्रगति की समीक्षा की। बैठक में कलेक्टर ने रेट्रोफिटिंग जलप्रदाय योजना के तहत पाइपलाइन विस्तार एवं पानी टंकी शिफ्टिंग के कार्यों को गुणवत्तापूर्वक करने के लिए निर्देशित करते हुए कहा कि इन कार्यों की गुणवत्ता से समझौता कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
आज सुबह 10 बजे से कलेक्टोरेट सभाकक्ष में आयोजित बैठक में कलेक्टर ने योजनाओं की समीक्षा करते हुए कहा कि कई जगहों पर बार-बार नोटिस दिए जाने के बाद भी ठेकेदारों ने अभी तक काम शुरू नहीं किया है, ऐसे में कार्य-प्रगति परिलक्षित नहीं हो रही है। उन्होंने सभी जगहों पर एक साथ कार्य प्रारम्भ कराने के लिए कार्यपालन अभियंता लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग को निर्देशित किया। साथ ही प्रत्येक कार्य को निर्धारित समय-सीमा में गुणवत्तापूर्वक पूर्ण कराने पर जोर दिया। बैठक में कार्यपालन अभियंता ने बताया कि रेट्रोफिटिंग जलप्रदाय योजना के तहत 262 में से सभी की तकनीकी व प्रशासकीय स्वीकृति मिलने के उपरांत कार्यादेश जारी किया जा चुका है और 244 योजनाएं प्रगति पर है। इसी तरह सिंगल विलेज जलप्रदाय योजना की साप्ताहिक प्रगति की जानकारी देते हुए बताया गया कि 361 के लक्ष्य के विरूद्ध 349 की तकनीकी व 330 की प्रशासकीय स्वीकृति मिल चुकी है जिनमें से 190 के लिए कार्यादेश जारी किया गया है तथा 118 योजनाएं प्रगति पर हैं। सोलर आधारित पेयजल योजना के बारे में बताया कि 80 तैयार योजनाओं में से 14 पूर्ण हो चुकी है तथा शेष प्रगति पर हैं ।
बैठक में कलेक्टर ने प्रस्तावित समूह जलप्रदाय योजना के तहत प्रस्तावित सांकरा, घठुला, बेलरगांव और रूद्री समूह जलप्रदाय योजना की भी समीक्षा करते हुए फ्लो चार्ट तैयार कर अगली बैठक में प्रस्तुत करने के निर्देश संबंधित अधिकारी को दिए। कलेक्टर ने बैठक में सिंगल विलेज योजना के तहत 19 योजनाओं की प्रशासकीय स्वीकृति प्रदान की। इस अवसर पर जिला पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्रीमती प्रियंका महोबिया, डिप्टी कलेक्टर एवं जलजीवन मिशन की नोडल अधिकारी अर्पिता पाठक सहित संबंधित विभागों के अधिकारीगण मौजूद थे।