- गोपनीय सामग्री वितरण का काम किया गया शुरू, 363 केंद्रों में होंगे बोर्ड के एग्जाम
रायगढ़। मार्च माह से दसवीं-बारहवीं बोर्ड के एग्जाम शुरू होंगे। इसके लिए शिक्षा विभाग ने अपनी तैयारी पूरी कर ली है। इसके लिए जिलेभर में 363 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। खासबात यह है कि माध्यमिक शिक्षा मंडल के निर्देश पर निजी स्कूलों में नकल रोकने के लिए सरकारी स्कूलों के शिक्षकों को केंद्र प्रभारी बनाया गया है।
कोरोना संक्रमण काल में पहली बार बोर्ड की परीक्षाएं ऑफलाइन मोड पर ली जाएंगी। इसके लिए यहां पहले से तैयारियां शुरू कर दी गई थी। चूंकि संक्रमण को देखते हुए ही इस बार परीक्षार्थियों के लिए अलग से सेंटर का निर्धारण नहीं किया है और उसी स्कूल को स्टूडेंट्स के लिए परीक्षा केंद्र बनाया गया है जहां वे अध्ययनरत हैं मगर इस स्थिति में इस बात का पूरा ध्यान रखा जा रहा है कि इससे कहीं भी नकल होने की संभावना न रहे। इसके लिए माध्यमिक शिक्षा मंडल ने भी शिक्षा विभाग को निर्देश जारी किए हैं जिसके मुताबित निजी स्कूलों में भी सरकारी स्कूलों के शिक्षकों को केंद्र प्रभारी बनाया जाएगा। इसके लिए भी यहां पूरी प्रक्रिया पूरी की जा चुकी है। जिलेभर में इस साल करीब 35 हजार छात्र-छात्राएं बोर्ड एग्जाम में बैठेंगे। इसमें कक्षा 10 वीं में जहां 20 हजार के आसपास स्टूडेंट्स हैं तो 12 वीं में करीब 15 हजार परीक्षार्थी शामिल हैं। जिले में इसके लिए 363 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं जबकि 146 नोडल अधिकारी बनाये गए हैं।
कैमरों की निगरानी में वितरण
बोर्ड एग्जाम की तैयारी पूरी होने के बाद माध्यमिक शिक्षा मंडल ने गोपनीय सामग्रियों का वितरण भी शुरू कर दिया गया है। इस साल यहां चक्रधरनगर स्कूल को समन्वय व वितरण केंद्र बनाया गया है जहां आज सुरक्षा के कड़े इन्तेजामत के मध्य केंद्र प्रभारियों को बोर्ड एग्जाम के लिए गोपनीय सामग्रियों का वितरण किया गया।
खासबात यह है कि पहली बार बोर्ड के निर्देश पर गोपनीय सामग्रियों का वितरण सीसी कैमरों की निगरानी में किया गया। इसके लिए सभी जिलों में रिकार्ड मेंटेन करने के लिए कहा गया है। यह रिकॉर्ड बोर्ड को भी भेजने के निर्देश हैं।