रायगढ़। प्रदेश के स्कूली शिक्षा विभाग द्वारा शुरू किये गए स्वच्छ विद्यालय पुरस्कार स्पर्धा में रायगढ़ जिला अब तक टॉप पर चल रहा है। रायपुर, बिलासपुर जैसे जिलों को पछाड़ते हुए इस स्पर्धा के लिए यहां के 85.91 प्रतिशत स्कूलों ने पंजीयन करा लिया है। पंजीयन व आवेदन जमा करने के मामले में जिला सबसे आगे चल रहा है।
स्वच्छता मापदंड पर विद्यालय किस स्तर पर है, इसकी जानकारी सभी संस्थाओं को ऑनलाइन वेबसाईड पर अपलोड करना है। इसके लिए सभी संस्थाओं को 6 बिंदुओं पर 59 प्रश्नों की जानकारी देनी है। इसी के आधार पर स्कूलों को स्टार रेटिंग दी जाएगी। इसमें जल प्रबंधन पर 22 अंक, शौचालय पर 27 अंक, साबुन से हाथ धोने पर 14 अंक, संचालन-प्रचालन व रख रखाव पर 21 अंक, व्यवहार परिवर्तन व क्षमता निर्माण पर 11 अंक, कोविड-19 उत्तरदायी यानी प्रतिक्रियात्मक व्यवहार पर 15 इस तरह कुल 110 अंक दिए जाएंगे। इसके लिए पहले स्कूलों को अपना ऑनलाइन पंजीयन करना पड़ेगा और उसके बाद अपना आवेदन जमा करना पड़ेगा, जिसमें अभी फिलहाल प्रदेश के 16 जिलों में रायगढ़ सबसे आगे चल रहा है जबकि इसके बाद बस्तर, सूरजपुर, राजनांदगांव, कोरबा, महासमुंद, कांकेर, जांजगीर-चांपा, कोरिया, रायपुर, मुंगेली, बालोद, जशपुर, बिलासपुर, बलौदा बाजार फिर बलरामपुर के नाम शामिल हैं।
रायगढ़ जिले में कुल स्कूलों की संख्या 3562 है, इसमें से अबतक 3060 ने पंजीयन तो 1087 ने आवेदन जमा कर दिया है। इस तरह 85.91 प्रतिशत पंजीयन के साथ जिला सबसे आगे चल रहा है।
अप्रैल में होगा भौतिक निरीक्षण
शिक्षा विभाग के डीएमसी रमेश देवांगन ने बताया कि इस पुरस्कार की परिधि में आने वाले संस्थाओं का भौतिक निरीक्षण जिला स्तरीय पर बनी समिति अप्रैल माह में करेंगे। जिला स्तरीय चयन समिति पुरस्कार के लिए अनुशंसित करेगी। जिला स्तरीय चयन समिति के अनुशंसा पर राज्य स्तर के पुरस्कार के लिए अग्रेषित होगी। विद्यालय की अच्छी स्थिति को यथावत अक्टूबर माह तक बनाये रखना होगा।
स्टेट लेबल पर प्रोग्रेस रिपोर्ट पर एक नजर
जिला पंजीयन प्रतिशत में
रायगढ़ 85.91
बस्तर 84.77
सूरजपुर 82.53
राजनांदगांव 52.55
कोरबा 65.4
महासमुंद 66.42
कांकेर 48.38
जांजगीर 36.21
कोरिया 64.91
रायपुर 40.7