भातपुर समिति में धान विक्रय के लिए पहुंचे ग्राम सुती के यादव प्रसाद पटेल कहते है, आज वह दूसरी बार धान बेच रहे है, पहली बार में उन्होंने 321 कट्टा धान का विक्रय किया है। उपार्जन केन्द्र में धान तौलाई, बैठक जैसे सभी प्रकार की सुविधा उपलब्ध है। घरघोड़ा सोसाइटी में धान विक्रय पहुंचे जगदीश महंत कहते है, टोकन एवं धान विक्रय करने में किसी प्रकार की परेशानी नहीं हुई। धान की राशि का भुगतान सही समय में किया गया। ग्राम-हिर्रामुड़ा के रतिराम ने बताया कि वे 106 क्विंटल धान बेच चुके है और धान का पैसा भी खाते में आ चुका है। इस वर्ष उन्होंने नये खुले धान उपार्जन केन्द्र में अपना धान बेचा। अपना अनुभव साझा करते हुए रतिराम ने बताया कि धान खरीदी बहुत ही व्यवस्थित रूप से की गई। समितियों में टोकन काटने से लेकर धान के तौलाई में किसी प्रकार की कही कोई दिक्कत नहीं हुई। उन्होंने सुचारू रूप से धान खरीदी प्रक्रिया पूर्ण करने के लिए शासन-प्रशासन का धन्यवाद भी ज्ञापित किया।
उल्लेखनीय है कि जिले में एक दिसम्बर से धान खरीदी प्रारंभ हुआ था। धान खरीदी के लिए जिले में 143 उपार्जन केन्द्रों के माध्यम से किसानों का धान उपार्जन किया गया। उप पंजीयक सहकारी संस्थाएं सुरेन्द्र कुमार गोंड़ ने बताया कि विपणन वर्ष 2021-2022 में समर्थन मूल्य पर 143 उपार्जन केन्द्रों के माध्यम से खबर लिखे जाने तक तक कुल 57 लाख 13 हजार 613 क्विंटल धान की खरीदी की जा चुकी। धान खरीदी की राशि का भुगतान किसानों को अपेक्स बैंक के माध्यम से किया जा रहा है। धान खरीदी के अंतिम दिन भी किसानों में उत्साह रहा। अंतिम दिन 55 हजार 539 क्विंटल धान खरीदी के लिए 1 हजार 172 किसानों को टोकन जारी किया गया था। उपार्जन केन्द्रों में बारदाने की भी पर्याप्त व्यवस्था होने से किसानों को किसी प्रकार दिक्कत नहीं हुई। जिससे किसान अपना धान समय में बेचने के साथ ही समय में राशि भुगतान से उत्साहित रहे।