छत्तीसगढ़

कोरोना का आंकड़ा एक दिन में ढाई सौ के करीब

मेडिकल कालेज के डीन सहित तीन डाक्टर भी आए चपेट में, 27 बच्चे भी कोरोना पाॅजिटिव    

रायगढ़।  रायगढ़ जिले में कोरोना मरीजों की संख्या तीन गुनी गति से बढ़ रही है, जिले में 24 घंटे के भीतर 246 नए मरीजों के मिलने से लाॅकडाउन का खतरा बढ़ गया है। इतना ही नही स्वास्थ्य विभाग का अमला भी कोविड कोरोना की चपेट में आने से हडकंप मचा हुआ है। जानकारी के अनुसार स्व.लखीराम मेडिकल कालेज के डीन के साथ साथ उनके तीन सहयोगी डाक्टर भी कोरोना पाॅजिटिव हो गए हैं। इसके अलावा जिले में 27 बच्चे जिनकी उम्र 18 साल से कम है, उन्हें भी कोरोना संक्रमित पाया गया है।

भले ही देश में तीसरी लहर की घोषणा नही हुई है, लेकिन लगता है कि कोरोना की तीसरी लहर ने दस्तक दे दी है। राहत की बात यह है कि लोगों के अस्पताल पहुंचने की नौबत नहीं आ रही है लेकिन खतरे की बात यह है कि संक्रमितों में 27 बच्चे भी हैं। साथ ही साथ मेडिकल कालेज के डीन व उनके तीन सहयोगी डाक्टर भी कोरोना संक्रमित हो गए हैं। जिले के डॉक्टर कह रहे हैं कि रफ्तार बढ़ी तो दूसरी लहर की तरह स्वास्थ्य सुविधाएं कम पड़ने लगेंगी।

जिले में ओमिक्रॉन वायरस की पुष्टि अब तक नहीं हुई है लेकिन डॉक्टरों को आशंका है कि जिले में ओमिक्रॉन ही लोगों को बीमार कर रहा है। डॉक्टरों का ही अनुमान है कि शहर में बड़ी संख्या में संक्रमित लोग घूम रहे हैं, आइसोलेशन के डर से ये लोग जांच नहीं करा रहे हैं। ऐसे लोगों से शहर में लगभग सामुदायिक संक्रमण जैसी स्थिति बन गई है। दूसरी तरफ कोविड जांच सेंटर और टीकाकरण केंद्रों में लोगों की भीड़ बढ़ रही है। शहर में भीड़ के साथ ग्रामीण इलाकों में हाट-बाजार लग रहे हैं वहीं कोरोना प्रोटोकॉल की अनदेखी हो रही है।
स्वास्थ्य विभाग से मिले कोरोना संक्रमितों के आंकड़े के अनुसार  1 जनवरी को जिले में 50 संक्रमित मिले, 2 को 37, 3 को 99, 4 को 135, 5 को 154 और अब 6 जनवरी यानि गुरुवार को जिले में 246 नए कोरोना मरीज मिले हैं।  बड़ी परेशानी यह है कि लक्षण के बाद लोग जांच नहीं करा रहे हैं। कई लोग सैंपल देने के बाद रिपोर्ट आने से पहले घूम रहे हैं। वहीं कुछ जगहों पर संक्रमितों के बाहर घूमने की शिकायतें भी आई हैं। सार्वजनिक जगहों पर मास्क और फिजिकल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं हो रहा है। धारा 144 लगने के बाद भी बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन परिसर और डेली मार्केट में भीड़ है।

लापरवाही को लेकर कोई कडा कदम नही
बीते 24 घंटे के भीतर एक साथ 246 कोविड कोरोना मरीज मिलने से यह बात साफ हो गई कि जो कोरोना संक्रमित मरीज हैं उनकी हिस्ट्री स्वास्थ्य विभाग सही ढंग से नही ट्रैस कर पा रहा है। पहले जब दूसरी लहर आई थी तब कोरोना संक्रमित मरीजों की पूरी केश हिस्ट्री तलाशने के अलावा उस इलाके को कंटेनमेंट जोन घोषित कर दिया जाता था। इतना ही नही कोरोना संक्रमित मरीज को 15 दिन तक होम आईसोलेट के बाद भी आने वाले 10 दिन तक उसे अन्य जगहों पर जाने से रोकने की पहल होती थी लेकिन अभी जो कोरोना मरीज पाए जा रहे हैं वे पहले से ही सार्वजनिक क्षेत्रों में घूमने फिरने के अलावा काम काज में लगे रहे थे और उसी के चलते धीरे धीरे कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। लगता है यह रफ्तार आने वाले दिनों में और बढ़ेगी।

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