एम जी कालेज के जिम्मेदार भूल गए एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप के मध्य छात्राओं के सुरक्षा की जिम्मेदारी
मैं नहीं आप, यह है एनएसएस का आदर्श वाक्य
एम जी कालेज के जिम्मेदार भूल गए एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप के मध्य छात्राओं के सुरक्षा की जिम्मेदारी
राष्ट्रीय सेवा योजना यानि एनएसएस राष्ट्र की युवाशक्ति के व्यक्तित्व विकास हेतु युवा कार्यक्रम एवं खेल…
राष्ट्रीय सेवा योजना का प्रतीक चिन्ह राष्ट्रीय सेवा योजना के बैज पर उत्त्कीर्ण है। प्रतीक चिन्ह में कोणार्क चक्र बना हुआ है। इसमें आठ तिलिया है, जो दिन के 24 घण्टे का प्रतिनिधित्व करती है, इसलिए जो व्यक्ति इस बैज को धारण करता है। उसे यह बैज याद दिलाता है कि वह राष्ट्र की सेवा के लिए दिन रात अर्थात 24 घंटे तत्पर रहे । बैज में जो लाल रंग है , वह इस बात का संकेत करता है कि राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवियों में पूरा उत्त्साह है, और वे जीवंत है। सक्रिय है और उनमे स्फूर्ति है। गहरा नीला रंग उस ब्रह्माण्ड की और संकेत करता है जिसका राष्ट्रीय सेव योजना एक छोटा सा अंश है और जो मानव मात्र का कल्याण करने के लिए अपना अंश दान करने को तैयार है।
राष्ट्रीय सेवा योजना यानि एनएसएस राष्ट्र की युवाशक्ति के व्यक्तित्व विकास हेतु युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय भारत सरकार द्वारा संचालित एक सक्रिय कार्यक्रम है।इसकी गतिविधियों में भाग लेने वाले विद्यार्थी, समाज के लोगों के साथ मिलकर समाज के हित के कार्य करते है। एन एस एस की वैचारिक अवधारण महात्मा गांधी के आदर्शों से प्रेरित है। एनएसएस का आदर्श वाक्य है -‘मैं नहीं,बल्कि आप’।यह बात एन एस एस से नई छात्राओं को जोड़ने के लिए चलाए गए परिचय कार्यक्रम के तहत राष्ट्रीय सेवा योजना प्रभारी प्रोफेसर
उन्होने शा उ मा विद्यालय मुरा में आयोजित कार्यक्रम के दौरान छात्राओं को एनएस एस की गतिविधियां बताते हुए कहा कि विद्यार्थी जीवन से ही समाजोपयोगी कार्यों में रत रहने से उनमें समाज सेवा या राष्ट्र सेवा के गुणों का विकास होता है। इसके कार्यक्रमों में साक्षरता संबंधी कार्य, पर्यावरण सुरक्षा, स्वास्थ्य एवं सफाई आपातकालीन या प्राकृतिक आपदा के समय पीड़ित लोगों की सहायता आदि शामिल हैं।
राष्ट्रीय सेवा योजना का परिचय: एन एस एस की वरिष्ठ छात्र- छात्रा ने बताया कि एनएसएस केंद्रीय क्षेत्र की एक योजना है। इस योजना का शुभारंभ वर्ष 1969 में किया गया था। योजना का मुख्य उद्देश्य स्वयंसेवी सामुदायिक सेवा के जरिए युवा विद्यार्थियों में व्यक्तित्व एवं चरित्र का विकास करना है।
फाईल फोटो 15जनवरी 2018 नगोई कैम्प में …
राष्ट्रीय सेवा योजना से छात्र छात्राओं को जोड़ने विद्यालय में 16 से22 जनवरी 2020तक विशेष शिविर का आयोजित हुआ विशेष शिविर60 छात्र छात्राओं…
क्या यही है दायित्व
एन सी सी और एन एस एस के प्रभारीयों के मध्य जुबानी जंग बढ़ता चला गया या परदे के पीछे कुछ और…? कालेज मुख्यालय से 18किलो मीटर दूर मुरा कैम्प में 60छात्र-छात्राओं में से 43 बेटियों को उनके हाल पर छोड़ प्रोफेसर सरला जोगी कैम्प लगे गांव से अपने सामनो के साथ चली गई यह हम आरोप नहीं लगा रहें हैं प्रोफेसर भोई और पत्र बताते है ।
इस बात की जानकारी जंगल में लगी दावानल की तरह क्षेत्र में फैल गया बिना महिला अधिकारी के बेटियाँ कैम्प पर रात गुजारने को हुए मजबूर …
दुष्यंत कुमार भोई सरला जोगी ने आरोप-प्रत्यारोप प्राचार्य को पत्रव्यवहार चलता रहा…
एम जी कालेज खरसिया के प्राचार्य सी पी धृतलहरे की तत्परता कहें कि 20जनवरी के दोपहर हुए घटनाक्रम को 21जनवरी के दोपहर 02:30बजे तक संज्ञान नहीं लिए …कैम्प में गई बेटियों का चिंता नहीं…
गिरीश रामटेके अनुविभागिय अधिकारी राजस्व खरसिया का शुक्रगुजार है बेटियाँ कि उनके संज्ञान में आने के पश्चात आना-फान कैम्प में महिला अधिकारी भेजा गया आखिर इस तरह हुए घटनाक्रम का जिम्मेदार कौन …? लापरवाही पर होगी कार्यवाही या…..
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