धीमी पड़ी मानसून की रफ्तार…इन इलाकों में करना होगा बारिश का इंतजार….जानिए आईएमडी ने क्या कहा
धीमी पड़ी मानसून की रफ्तार…इन इलाकों में करना होगा बारिश का इंतजार….जानिए आईएमडी ने क्या कहा
उत्तर भारत में इन दिनों भीषण गर्मी का प्रकोप जारी है, जिससे लोग पसीना-पसीना हो रहे हैं। पिछले कुछ घंटों में पश्चिमी इलाकों में तेज आंधी के साथ बंदाबांदी देखने को मिली, जिससे तापमान नीचे गिर गया। दक्षिणी भारत में मानसूनी बारिश बारिश लोगों के लिए आफत बनी हुई है।
दूसरी ओर उत्तरी भारत के लिए एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है। भारतीय मौसम विभाग(आईएमडी) के अनुसार उत्तर भारत के कुछ इलाकों में मानसूनी बारिश के लिए थोड़ा इंतजार करना पड़ेगा। आईएमडी के मुताबिक समीप आ रही पछुआ हवाओं की वजह से मानसून की रफ्तार धीमी हो सकती है।
इससे पहले पूर्वानुमान में कहा था कि दक्षिण-पश्चिम मॉनसून के 15 जून तक राष्ट्रीय राजधानी पहुंचने की संभावना जताई थी। आईएमडी के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्रा ने कहा कि लेकिन वर्तमान परिस्थिति में इसकी उम्मीद नहीं रही है। आगे कहा कि मानसून के उत्तरी छोर का प्रभाव दीव, सूरत, नंदुरबार, भोपाल, नौगोंग, हमीरपुर, बाराबंकी, बरेली, सहारनपुर, अंबाला और अमृतसर में बना हुआ है।
आईएमडी ने बताया कि ‘दक्षिण पश्चिम मानसून अब तक पूरे प्रायद्वीप (दक्षिण भारत) पूर्वी मध्य व पूर्वी एवं उत्तरपूर्वी भारत तथा उत्तर पश्चिम भारत के कुछ हिस्सों में पहुंचा है। वहां बिना किसी रुकावट के सक्रिय मॉनसून परिसंचरण और निम्न दबाव का क्षेत्र सक्रिय है।
उसने कहा , ‘लेकिन समीप आती पछुआ हवाओं के कारण उत्तर पश्चिम भारत के बाकी हिस्सों में मानसून धीमा होने की आशंका है।’ मानसून की प्रगति पर लगातार नजर रखी जा रही है और दैनिक आधार पर आगे अपडेट जानकारी दी जाएगी।
दक्षिण-पश्चिम मानसून जुलाई के पहले सप्ताह तक पश्चिमी राजस्थान में पहुंच जाता है। उत्तर-पश्चिम राजस्थान में यह देर से पहुंचता है और वहां से जल्दी चल भी जाता है।
बता दें कि मानसूनी बारिश दक्षिणी भारत में खूब देखने को मिल रही है। केरल, कर्नाटक और तमिलनाडु में भारी बारिश से जिंदगी का जीना मुहाल हो गया है। सड़कें तालाब और गांव टापू में तब्दील हो गए।