गणतंत्र दिवस परेड का ‘शो-स्टॉपर’ होगा रफाल लड़ाकू विमान, स्वदेशी हेलिकॉप्टर भी पहली बार दिखेंगे
नई दिल्ली: इस बार गणतंत्र दिवस परेड का ‘शो-स्टॉपर’ होगा रफाल लड़ाकू विमान. रफाल लड़ाकू विमान पहली बार गणंतत्र दिवस परेड की फ्लाई-पास्ट में तो दिखाई देगा ही, परेड का समापन भी आसमान में रफाल की वर्टिकल-चार्ली मैन्युवर से होगा. पिछले कई सालों से सुखोई विमानों के मैन्युवर से परेड का समापन होता था, लेकिन अब ये जगह रफाल ने ले ली है. यानी इस बार परेड का शो-स्टॉपर रफाल ही होगा. रफाल के अलावा, स्वदेशी लाइट कॉम्बेट हेलीकॉप्टर एलसीएच, महिला फाइटर पायलट और एंटी-रेडिएशन मिसाइल, रूद्रम की ताकत भी इस बार गणतंत्र दिवस परेड में पहली बार दिखाई पड़ेगी.
भारतीय वायुसेना के मुताबिक, इस साल कुल 42 एयरक्राफ्ट्स गणतंत्र दिवस फ्लाई-पास्ट में दिखाई पड़ेंगे. इनमें दो रफाल के अलावा, सुखोई, मिग-29 और जगुआर फाइटर जेट्स, सी130जे सुपर हरक्युलिस और सी-17 ग्लोबमास्टर ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट्स, मी17-वी5, धुव्र, चिनूक और अपाचे हेलीकॉप्टर्स हिस्सा लेंगे.
वायुसेना का फ्लाई-पास्ट दो ब्लॉक्स में होगा- पहला सुबह 10.04 मिनट से 10.20 तक और दूसरा परेड के समापन के समय यानी 11.20 से 11.45 के बीच.
ब्लॉक-वन की शुरूआत 04 मी17-वी5 हेलीकॉप्टर्स के निशान फॉर्मेशन से होगी, जिसमें एक हेलीकॉप्टर पर तिरंगा होगा और बाकी तीन पर तीनों सेनाओं यानी थलसेना, वायुसेना और नौसेना के झंडे होंगे. ब्लॉक वन में ही पहली बार वायुसेना का विंटेज एयरक्राफ्ट, डकोटा हिस्सा लेगा. 1971 के युद्ध में पाकिस्तान पर विजय के 50 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में डकोटा को फ्लाई-पास्ट का हिस्सा बनाया गया है. डकोटा ने 1971 के युद्ध में भारतीय सेना की तरफ से हिस्सा लिया था.
ब्लॉक में कुल नौ (09) फॉर्मेशन्स होंगी- सुदर्शन, रक्षक, भीम, नेत्रा, गरूणस एकलव्य, त्रिनेत्र, विजय और ब्रह्मास्त्र. सुदर्शन और रक्षक में वायुसेना के हेलीकॉप्टर्स शामिल होंगे, तो नेत्रा में टोही विमान, एवैक्स होंगे. गरूण फोर्मेशन में दो मिग-29 और दो सुखोई एक सी17 के साथ उड़ते हुए दिखाई पड़ेंगे. एकलव्य में एक रफाल, दो जगुआर और दो मिग-29 दिखाई देंगे. त्रिनेत्र में तीन सुखोई और विजय फॉर्मेशन में तीन सारंग (ध्रुव) हेलीकॉप्टर्स होंगे. परेड का समापन रफाल के ब्रह्मास्त्र फॉर्मेशन से होगा जो परेड का शो-स्टॉपर है.
वायुसेना के प्रवक्ता, विंग कमांडर इंद्रनील नंदी के मुताबिक, गणतंत्र दिवस परेड में इस बार एयरफोर्स की झांकी में सुखोई30-एमकेआई और स्वदेशी लड़ाकू विमान, एलसीए तेजस दिखाई देंगे. इसके अलावा, झांकी में एलसीएच यानी लाइट कॉम्बेट हेलीकॉप्टर, आकाश मिसाइल सिस्टम और रोहिणी रडार भी होंगे.
खास बात ये है कि सुखोई लड़ाकू विमान, ब्रह्मोस और स्वदेशी अस्त्रा मिसाइल से लोडेड दिखाई पड़ेगा तो स्वदेशी एलसीए तेजस विमान में एंटी-रेडिएशन मिसाइल, रूद्रम दिखाई पड़ेगी. हाल ही में डीआरडीओ ने नेक्स्ट जेनरेशन एंटी-रेडिएशन मिसाइल (एनजीआरएम) रूद्रम का सुखोई फाइटर जेट से सफल परीक्षण किया था. इस मिसाइल को दुश्मन के रडार और दूसरे कम्युनिकेशन सिस्टम्स को तबाह करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है. हालांकि, भारतीय वायुसेना ने अभी तक स्वदेशी लड़ाकू हेलीकॉप्टर, एलसीएच को अपने जंगी बेड़े में शामिल नहीं किया है, लेकिन वो इस बार गणतंत्र दिवस परेड की झांकी में दिखाई पड़ेगा. एलसीएच में एंटी-टैंक मिसाइल, ध्रुवास्त्रा लगी हुई दिखाई पड़ेगी.
हाल ही में निर्यात के लिए हरी झंडी मिली, आकाश मिसाइल सिस्टम भी वायुसेना की झांकी का हिस्सा होगा. मीडियम रेंज सर्विलांस रडार, रोहिणी भी झांकी पर दिखाई पड़ेगी. इस बार वायुसेना की झांकी पर देश की पहली महिला फाइटर पायलट में से एक, फ्लाईट लेफ्टिनेंट भावना कांथ खड़ी दिखाई देंगी.
वायुसेना के मुताबिक, इस बार परेड में कुल 100 एयर-वॉरियर हिस्सा लेंगे, जिनमें चार ऑफिसर रैंक के होंगे. इसके अलावा वायुसेना का बैंड भी परेड में हिस्सा लेगा. आपको बता दें कि पिछले साल वायुसेना की टुकड़ी को बेस्ट मार्चिंग-कंटिनजेंट का खिताब मिला था. इससे पहले 2011, 12 और 13 में वायुसेना ये खिताब जीत चुकी है.