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गोधन न्याय योजना के संचालन में विभागों के साथ गौठान समिति व महिला समूहों का समन्वय महत्वपूर्ण-कलेक्टर भीम सिंह

गौठानों को स्वावलंबी बनाने गोबर खरीदी, कम्पोस्ट निर्माण व विक्रय को बढ़ाने के निर्देश

रायगढ़ । कलेक्टर भीम सिंह ने गोधन न्याय योजना की समीक्षा बैठक सृजन सभाकक्ष में ली। सीईओ जिला पंचायत सुश्री ऋचा प्रकाश चौधरी भी बैठक में शामिल हुई। कलेक्टर सिंह ने योजनान्तर्गत गौठानों में गोबर खरीदी व वर्मी कम्पोस्ट निर्माण व विक्रय की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि यह शासन की अत्यंत महत्वपूर्ण योजना है। ग्रामीण आजीविका संवर्धन में इसकी बड़ी भूमिका है। योजना के संचालन में शासकीय विभागों के साथ गौठान समिति व महिला स्व-सहायता समूह का समन्वय बहुत महत्वपूर्ण है।


बैठक में उन्होंने विकासखण्डवार जिन गौठानों में खरीदी व खाद निर्माण की गति धीमी है। उसके कारणों की समीक्षा की। उन्होंने स्पष्ट निर्देश देते हुये कहा कि योजना के क्रियान्वयन में लापरवाही करने पर कार्यवाही की जायेगी। इस दौरान उन्होंने नवापारा के आरईओ, खमरिया के एवीएफओ तथा खोरी गांव के गौठान के नोडल अधिकारी का कार्य संतोष जनक नहीं पाये जाने पर कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिये है।

कलेक्टर सिंह ने गौठानों में गोबर खरीदी को बढ़ाने के निर्देश दिये। जिन स्थानों पर गौठान बस्ती से दूर है वहां गाड़ी के माध्यम से खरीदी कर गोबर को गौठान में पहुंचाने के लिये कहा। इसके लिये सभी जनपद सीईओ अपने क्षेत्र के गौठानों का निरीक्षण कर प्रतिवेदन प्रस्तुत करने के लिये कहा।

कलेक्टर सिंह ने कहा कि किसी भी गौठान में यदि गोबर खुले में है तो उसे निर्धारित समय में वर्मी पिट में डाल दें। जिन गौठानों में वर्मी टांको की आवश्यकता है वहां लो कास्ट पिट बनाने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि कम्पोस्ट निर्माण के लिये पिट में गोबर के साथ आवश्यक मात्रा में केचुआ अवश्य डाले। प्रत्येक विकासखण्ड में केचुयें की निरंतर आपूर्ति बनी रहे लिये 2-3 ऐसे गौठान तैयार करने के लिये कहा जहां उच्च गुणवत्ता के केचुयें का पर्याप्त उत्पादन हो। उप संचालक कृषि को निर्देशित किया कि वर्मी कम्पोस्ट पैकेजिंग के लिये पैकेट्स सभी गौठान में उपलब्ध रहे।

कलेक्टर सिंह ने वर्मी कम्पोस्ट की बिक्री बढ़ाने के लिये कहा। इसके लिये वर्मी कंपोस्ट को सीधे गौठान से बेचने की व्यवस्था निर्मित करने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिये। जिससे किसानों को वर्मी कम्पोस्ट खरीदने में सुविधा हो। उन्होंने कहा कि गौठानों को स्वावलंबी बनाना ही हमारा लक्ष्य है। जिससे गौठान समिति व महिला समूह अपने लिये आय सृजित करते हुये इस योजना का संचालन कर सके।

कलेक्टर सिंह ने उप पंजीयक सहकारिता को खातों में त्रुटि के चलते जिन पशुपालकों का भुगतान नहीं हो पाया है उसे सुधरवाते हुये अगले दस दिनों में भुगतान करवाने के निर्देश दिये। नगरीय निकाय में भी कम्पोस्ट की बिक्री प्रारंभ करवाने के निर्देश दिये। किसानों को पैरादान के लिये प्रोत्साहित करने के लिये कहा। गौठानों में पशुओं की संख्या बढ़ाने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि गौठान जिस ग्राम पंचायत में है वहीं के पशुपालक ही वहां गोबर बेच सकते है। बाहर से गोबर नहीं लेना है, इसका विशेष ध्यान रखा जाये।

इस दौरान उप संचालक कृषि एल.एम.भगत, उप संचालक पशुपालन डॉ.पाण्डेय सहित सभी जनपद सीईओ व कृषि विभाग के अधिकारी-कर्मचारी सहित गौठान समिति व महिला स्व-सहायता समूह के सदस्य उपस्थित रहे।

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