लूट को छूट – मार्ग से गुजरने वाले भारी वाहन चालकों से खरीदे जा रहे…
रायगढ़।जिले के विभिन्न स्थानों पर संचालित ढाबा मौजूदा समय में अवैध गतिविधियों के साथ खनिज अफरा-तफरी करने का मुख्य स्थान बना गया है। हालात यह है कि उक्त मार्ग से खनिज लेकर गुजरने वाले वाहन चालक औने-पौने दाम पर ढाबा संचालकों को बेच रहे हैं। ढाबा संचालक इन खनिजों को ऊंचे दामों पर बेचते हैं। इसमें कुछ वाहन चालक स्वहित के लिए बेचते हैं तो कुछ ढाबा संचालकों के भय से बेचते हैं। इससे शासन को राजस्व का भी नुकसान हो रहा है।
जिले में उद्योगों के पर्दापण होने के बाद उसके साथ कई व्यवसाय संचालित हुए। इसमें एक व्यवसाय ढाबा का भी है।
जिले के जिन मार्गों पर उद्योग संचालित है। उसी मार्ग पर कई ढाबा का संचालन भी हो रहा है। उद्योगों पर गौर करें तो सबसे अधिक घरघोड़ा मार्ग पर उद्योग संचालित है। इसके अलावा तमनार, खरसिया मार्ग व महापल्ली जामगांव मार्ग पर भी उद्योग संचालित है। इन मार्गों पर कई ढाबा का संचालन भी किया जा रहा है। खास बात यह है कि इनमें से ऐसे कई ढाबा है, जहां अवैध रूप से खनिज की खरीदी बिक्री का खेल खेला जा रहा है। बताया जा रहा है कि उक्त रास्ते से होकर संबंधित प्लांट पहुंचने वाले मार्ग पर संचालित ढाबा में वाहनों से हर दिन कोयला और स्पंज आयरन की कुछ मात्रा निकालकर ट्रकों में मिट्टी, छाई और पानी मिलाया जा रहा है। इन ढाबों में कुछ ड्राइवरों की सांठ-गांठ से तो कुछ ढाबा संचालकों के भय से खनिज की अफरा-तफरी कर रहे हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक इन मार्गों में हर दिन सैकड़ों ट्रकों का खनिज परिवहन होता है। इनसे कुछ-कुछ मात्रा में पूरे दिन भर में कई टन खनिज एकत्रित कर लिया जाता है।
इस तरह ढाबा की आड़ में अवैध गतिविधियों के साथ स्पंज आयरन, आयरन ओर और कोयले की अफरा तफरी कर ढाबा संचालक अवैध कमाई कर रहे हैं।
चाय गुमटी ढाबा में रखा खनिज
कोई हंस कर तो कोई भय से खनिज देने को मजबूर
कोयला स्पंज आयरन के साथ कबाड़ का भी अवैध व्यापार
कबाड़ की भी हो रही खरीदी बिक्री
कुछ ढाबा संचालक ढाबा की आड़ में अवैध रूप से कबाड़ की खरीदी भी कर रहे हैं। आशंका तो यहां तक जताई जा रही है कि इसमें चोरी का कबाड़ भी होता है। खास बात यह है कि इस तरह का यह अवैध कारोबार लंबे समय से किया जा रहा है। इसके बाद भी न तो खनिज विभाग की ओर से किसी प्रकार की कार्रवाई की जा रही है और ना ही पुलिस की ओर से किसी प्रकार की कार्रवाई होती है।
रेट भी किया गया तय
बताया जा रहा है कि यह ट्रांसपोर्टर से 25 रुपए किलो की दर से स्पंज आयरन की खरीदी करते हैं। वहीं उसमें काला डस्ट मिला दिया जाता है। इसी तरह कोयला को 2500 रुपए टन की दर से खरीदी की जाती है। साथ ही कोयला में चारकोल और पानी मिलाकर ड्राइवर को दिया जाता है। आयरन ओर में लाल मिट्टी और पानी मिलाकर 3000 रुपए मिट्रिक टन में बेच दिया जाता है।
साइकिल एक्सेल मोटरसाइकिल के सहारे खड़े रहते हैं लोग
ढ़ाबा में हो रहे इस तरह अवैध कारोबार के साथ मुख्य मार्ग पर साइकिल मोटरसाइकिल के सहारे खड़े लोग भी आयनर ओर व कोयला की खरीदी करते हैं। यह लोग ज्यादातर रायगढ़ से घरघोड़ा, खरसिया, धरमजयगढ़ डभरा मार्ग के बीच नजर आते हैं। जो ट्रक चालकों से खनिज की खरीदी करते हैं।