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लू से बचाव के संबंध में गाइडलाइन जारी,गर्मी में लू से बचने जिलेवासियों से अपील…

रायगढ़।कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा के निर्देशन में सीएमएचओ डॉ.मधुलिका सिंह ठाकुर ने जिलेवासियों को बढ़ती गर्मी को देखते हुए लू से बचाव के लिए जारी गाइडलाइन एवं घरेलु उपायों का पालन करने हेतु अपील की हैं। उन्होंने कहा कि गर्मी के मौसम में लू लगने से बीमार होने के अनेक मामले आते हैं। कुछ जरूरी सावधानियां अपनाकर इससे बचा जा सकता है। ग्रीष्म ऋतु में लू चलना आम बात है। इस मौसम में तेज धूप एवं गर्मी के कारण लू लगने की संभावना रहती है। लू लगने का प्रमुख कारण शरीर में नमक और पानी की कमी होना है। पसीने के रूप में नमक और पानी का बड़ा हिस्सा शरीर से बाहर निकल जाता है और खून में गर्मी बढ़ जाती है। लू लगना खतरनाक एवं जानलेवा भी हो सकता है।

लू के लक्षण-सिर में भारीपन और दर्द होना, तेज बुखार के साथ मुंह का सूखना, चक्कर और उल्टी आना, कमजोरी के साथ शरीर में दर्द होना, शरीर का तापमान अधिक हो जाने के बाद भी पसीने का न आना, अधिक प्यास और पेशाब कम आना, भूख कम लगना एवं बेहोश होना इसके लक्षण हैं।
लू से बचाव के उपाय-लू लगने का प्रमुख कारण तेज धूप और गर्मी में ज्यादा देर तक रहने के कारण शरीर में पानी और खनिज मुख्यतया नमक की कमी हो जाता है। अतएव इससे बचाव के लिए निम्न बातों का ध्यान रखना चाहिए। जैसे बहुत अनिवार्य न हो तो घर से बाहर ना जावे। धूप में निकलने से पहले सर व कानों को कपड़े से अच्छी तरह से बांध लें। पानी अधिक मात्रा में पिए, अधिक समय तक धूप में न रहें। गर्मी के दौरान नरम मुलायम सूती कपड़े पहनने चाहिए ताकि हवा और कपड़े पसीने को सोखते रहे। अधिक पसीना आने की स्थिति में ओ.आर.एस.घोल पिए। चक्कर आने, उल्टी आने पर छायादार स्थान पर विश्राम करें तथा शीतल पेयजल अथवा उपलब्ध हो तो फल का रस, लस्सी, मठा आदि का सेवन करें। प्रारंभिक सलाह के लिए 104 आरोग्य सेवा केन्द्र से नि:शुल्क परामर्श ले। उल्टी, सर दर्द, तेज बुखार की दशा में निकट के अस्पताल अथवा स्वास्थ्य केन्द्र से जरूरी सलाह ले।

लू लगने पर किए जाने वाला प्रारंभिक उपचार-बुखार पीडि़त व्यक्ति के सर पर ठण्डे पानी की पट्टी लगाएं। अधिक पानी व पेय पदार्थ पिलावें जैसे कच्चे आम का पना, जल जीरा आदि। पीडि़त व्यक्ति को पंखे के नीचे हवा में लिटा देवें। शरीर पर ठंडे पानी का छिड़काव करते रहे। पीडि़त व्यक्ति को यथाशीघ्र किसी नजदीकी चिकित्सा केन्द्र में उपचार हेतु ले जाए। मितानिन, एएनएम से ओआरएस के पैकेट हेतु संपर्क करें।
क्या न करें- गर्मी के दौरान बाहर न जाएं। यदि आपको आवश्यक कार्य के लिए बाहर जाना है तो दिन के शीतलन घंटों के दौरान अपनी सारणी निर्धारित करने का प्रयास करें। अत्यधिक गर्मी के घंटों के दौरान बाहर जाने से बचें-विशेष रूप से दोपहर 12 बजे से 3 बजे के बीच। नंगे पैर या बिना चेहरे को ढके और बिना सिर ढ़ककर बाहर न जाएं। शराब, चाय, काफी और कार्बोनेटेड पेय, पीने से बचे जो शरीर को निर्जलित करते है। उच्च प्रोटीन, मसालेदार और तैलीय भोजन खाने से बचें, बासी खाना न खाएं। बीमार होने पर बाहर धूप में न जाएं, घर पर रहें।

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Gopal Krishna Naik

Editor in Chief Naik News Agency Group

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