रायगढ़ । कलेक्टर भीम सिंह ने आज वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से गोधन न्याय योजना के अंतर्गत जिले के सभी गोठानों में क्रय किये गये गोबर को वर्मी कम्पोस्ट तैयार किये जाने की प्रगति की विकास खण्डवार समीक्षा की। उन्होंने जिले के सभी सीईओ को निर्देशित किया कि गोबर खरीदी के साथ-साथ वर्मी कम्पोस्ट तैयार कर बिक्री प्रक्रिया प्रारंभ हो जानी चाहिये। उन्होंने कृषि विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया कि जिले के गोबर खरीदी करने वाले गोठानों की मांग के अनुसार वर्मी (केचुंआ) उपलब्ध करना सुनिश्चित करें। इसके लिये राशि गोठान समिति द्वारा व्यय किया जायेगा। उन्होंने यह भी कहा कि गोबर खरीदी से लेकर वर्मी कंपोस्ट तैयार कराने की पूर्ण जिम्मेदारी कृषि विभाग की है और गोधन न्याय योजना के सफल क्रियान्वयन के लिये भी कृषि विभाग आवश्यक संसाधनों को उपलब्ध कराते हुये कार्य करें। कलेक्टर सिंह ने निर्देशित किया कि गोबर खरीदी के पश्चात उसे खुले स्थान पर नहीं रखा जाये सभी पिट के ऊपर शेड निर्माण हो इस दिशा में कार्य करें।
कलेक्टर सिंह ने विकासखण्डवार गोबर खरीदी प्रारंभ करने वाले गोठानों में वर्मी पिट और शेड निर्माण की पूर्ण जानकारी ली। साथ ही गोठानों में कितने पिट में वर्मी डाला गया है इसकी भी समीक्षा की। उन्होंने कहा कि प्रदेश में गोबर खरीदी के मामले में रायगढ़ जिले ने अच्छी प्रगति की है। इसलिये वर्मी कंपोस्ट तैयार कर बिक्री में भी जिले का प्रदर्शन अच्छा रहना चाहिये। कलेक्टर सिंह ने जिले के सभी जनपद सीईओ को निर्देशित किया कि गोठान समितियों में उपलब्ध राशि का विवरण प्राप्त करें जिससे गोबर खरीदी की राशि पशु पालकों एवं किसानों को आगामी दिनों में भुगतान किया जा सकेगा। इस अवसर पर सीईओ जिला पंचायत सुश्री ऋचा प्रकाश चौधरी, आयुक्त नगर निगम श्री आशुतोष पाण्डेय, कृषि विभाग तथा पशुपालन विभाग के अधिकारी उपस्थित थे। जिले के सभी जनपदों के मुख्य कार्यपालन अधिकारी वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से समीक्षा बैठक से जुड़े रहे।