पर्यावरण संरक्षण में हो सामुदायिक सहभागिता-कलेक्टर
जिला पर्यावरणीय योजना के उन्नयन हेतु सम्मेलन सम्पन्न
अम्बिकापुर । कलेक्टर संजीव कुमार झा की अध्यक्षता में जिला पर्यावरणीय योजना के उन्नयन के लिए सम्मेलन का आयोजन बुधवार को राजीव गांधी शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यलय अम्बिकापुर के ऑडिटोरियम में सम्पन्न हुआ। सर्व प्रथम सम्मेलन का शुभारंभ अतिथियों के द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया। जिला प्रशासन एवं छत्तीसगढ़ पर्यावरण संरक्षण मंडल द्वारा आयोजित सम्मेलन में विभन्न विभागों के अधिकारियों के द्वारा पर्यावरण संरक्षण के संबंध में विभागीय प्रतिवेदन प्रस्तुत किया गया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कलेक्टर श्री झा ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण जीवन के अस्तित्व से जुड़ा हुआ है। पर्यावरण को बनाये रखने के लिए सामुदायिक सहभागिता अत्यंत आवशयक है। उन्होंने कहा कि सरगुज़ा अंचल में बडे-बडे कारखाने नहीं होने और जंगल से परिपूर्ण होने के कारण पर्यावरण बेहतर है। यहां पानी की गुणवत्ता भी अच्छी है। लेकिन भविष्य की चिंता करना जरूरी है। इसके लिये हम सब की सामूहिक प्रयास जरूरी है। उन्होंने कहा कि जिले में अपशिष्ट प्रबंधन का बहुत ही अच्छा मॉडल नगर निगम द्वारा स्व सहायता समूह की महिलाओं के माध्यम से संचालित किया जा रहा है। वह भी सामुदायिक सहभागिता का ही उदाहरण है। इस मॉडल से एक ओर कचरा प्रबंधन से पर्यावरण को बनाये रखने का प्रयास हो रहा है वही दूसरी ओर महिलाओं को आजीविका के सफ़हन उपलब्ध हो रही है। उन्होंने कहा कि स्वच्छता के क्षेत्र में अम्बिकापुर ने जो कीर्तिमान स्थापित किया है वह सामुदायिक सहभागिता का ही प्रतिफल है।
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कलेक्टर ने कहा कि सम्मेलन में अनेक विभाग के अधिकारी और विषय विशेषज्ञ उपस्थित है। यहां पर्यावरण संरक्षण के दिशा में सार्थक कदम उठाने पर गंभीर चर्चा होगी। सभी प्रतिभागी इस सम्मेलन को गंभीरता से ले और यहां से सुखद अनुभव लेकर जाएं।इस अवसर पर जिला पंचायत सीईओ विनय कुमार लंगेह, क्षेत्रीय पर्यावरण संरक्षण अधिकारी पीके राबड़े सहित अन्य विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।