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अंबुजा सीमेंट को खरीदने जेएसडब्ल्यू-अडाणी ने डाली बिड

पैरेंट कंपनी होल्सिम लिमिटेड ने हिस्सेदारी बेचने का किया ऐलान, रायगढ़ में है कंपनी की कोल माइंस

रायगढ़। देश के चर्चित सीमेंट ब्रांड अंबुजा सीमेंट का स्वामित्व बहुत जल्द बदलने वाला है। रायगढ़ में कोयला खदान रखने वाली अंबुजा सीमेंट की पैरेंट कंपनी ने 63 प्रश हिस्सेदारी बेचने का ऐलान किया था। इसे खरीदने के लिए अडाणी और जेएसडब्ल्यू समूह ने कदम बढ़ाए हैं। इन दोनों समूहों ने अंबुजा सीमेंट के अधिग्रहण के लिए बोलियां प्रस्तुत की हैं।

दिग्गज सीमेंट निर्माता कंपनियों में एक अंबुजा सीमेंट को लेकर बड़ी जानकारी सामने आई है। कंपनी ने अपने प्लांट को कोयला आपूर्ति करने के लिए रायगढ़ की गारे पेलमा 4/8 माइंस को नीलामी में लिया था। फिलहाल कंपनी कोयले का उत्पादन तो कर रही है लेकिन पीक कैपेसिटी हासिल नहीं कर पा रही है। अंबुजा सीमेंट की पैरेंट कंपनी होल्सिम लिमिटेड है। बताया जा रहा है कि अंबुजा सीमेंट का मार्केट में प्रदर्शन पिछले कुछ समय से लचर था। पैरेंट कंपनी होल्सिम लिमिटेड ने भारत में अपने कारोबार की बिक्री का फैसला लिया है। होल्सिम लिमिटेड की अंबुजा सीमेंट की 63.1 प्रतिशत की हिस्सेदारी पर कंट्रोल है। अंबुजा को खरीदने की रेस में अडाणी समूह के अलावा जेएसडब्ल्यू ग्रुप भी शामिल है। दोनों समूहों ने निजी इक्विटी फर्मों के एक समूह के साथ अपनी फंडिंग की है। अंबुजा के सहारे दोनों समूह सीमेंट उद्योग में धमाके के साथ एंट्री करना चाहते हैं।

कोल ब्लॉक से हो रहा नुकसान

अंबुजा सीमेंट के मुनाफे में गिरावट के कारण ऐसा निर्णय लिया गया है। मार्च, 2022 में समाप्त पहली तिमाही के दौरान अंबुजा का मुनाफा 30.26 प्रतिशत घटा। दरअसल सीमेंट प्लांट को कोयले की आपूर्ति के लिए गारे पेलमा 4/8 कोल माइंस को 2291 रुपए प्रति एमटी की ऊंची कीमत पर हासिल किया था। सात सालों में यह भी बढ़कर करीब साढ़े तीन हजार के करीब पहुंच चुका है। इसलिए भी कंपनी को नुकसान हो रहा था।

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