खरसियारायगढ़

फ्लाई ऐश (fly ash) बहुत सुर्ख़ियों में…

फ्लाई ऐश (fly ash) बहुत सुर्ख़ियों में है. हर जगह इससे उत्पन्न पर्यावरणिक और स्वास्थ्य सम्बंधित खतरों की बात चल रही है.

आइये जानते हैं क्या है फ्लाई ऐश और कैसे यह हमारे पर्यावरण और स्वास्थ्य के लिए खतरा बन रहा है. यह भी जानेंगे कि किन चीजों में हम इसका उपयोग करने में मजबूर हैं?

FLY ASH की परिभाषा

खरसिया नगर में गौ वंश फ्लाई एस…लापरवाही के जिम्मेदार की जिम्मेदारी तय हो.. मुहल्ले वालो ने बताया यह पहली घटनाक्रम नही है इसके पूर्व भी एक और बछड़ा ऐसा ही फंस गया था कई व्यक्ति मिलकर बचाएँ लोगों में दिखा आक्रोश …जब तक प्रशासन कड़ी कार्यवाही नहीं करते तो नगर में अवैधानिक तौर फ्लाई एस डलता रहेगा

फ्लाई ऐश एक बारीक पाउडर है जो तापीय बिजली संयंत्रों में कोयले के जलने से उप-उत्पाद के रूप में प्राप्त होता है.
गर्मियों में हवा के माध्यम से उड़ते-उड़ते कई किलोमीटर तक फ़ैल जाता है. यह पानी और अन्य सतहों पर जम जाता है.
तो फिर खतरा कैसे?
फ्लाई ऐश में सिलिका,एल्यूमीनियम और कैल्शियम के ऑक्साइड की पर्याप्त मात्रा होती है. आर्सेनिक, बोरान, क्रोमियम तथा सीसा जैसे तत्त्व भी सूक्ष्म मात्रा में पाए जाते हैं. इस प्रकार इससे पर्यावरण और स्वास्थ्य के लिए गंभीर संकट उत्पन्न होता है.
फैक्ट्रियों से निकलने वाले कोयले के धुओं से फ्लाई ऐश तो वातावरण में फैलता ही है साथ ही साथ कई बार फैक्ट्रियाँ फ्लाई ऐश को जमा कर के बाहर उनका भंडार बना देती हैं. ये सारे कचरे जमा हो-हो कर कभी-कभी पहाड़ जैसा बन जाते हैं. वहाँ से फ्लाई ऐश वातावरण को प्रदूषित करते ही हैं और बहुधा नदी/नहरों/सड़क में भी फ्लाई ऐश के अंश चले जाते हैं.

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फ्लाई ऐश का उपयोग कहाँ किया जा सकता है?
इसे कृषि में अम्लीय मृदाओं के लिए एक अभिकारक के रूप में, मृदा कंडीशनर के रूप में प्रयोग किया जा सकता है. इससे मृदा की महत्त्वपूर्ण भौतिक-रसायन विशेषताओं, जैसे जल धारण क्षमता, हाइड्रोक्लोरिक कंडक्टिविटी आदि में सुधार होगा.
अभी तक फ्लाई ऐश प्रयोग की अपनी संभावनाओं का पूर्ण प्रयोग कर पाने में सक्षम नहीं है. हाल ही के एक अध्ययन के अनुसार, उत्पादित की जाने वाले फ्लाई ऐश का मात्र 50-60% ही प्रयोग हो पाता है.
• फ्लाई ऐश का उपयोग सीमेंट, पूर्वनिर्मित भवन सामग्री, ईंटें, सड़कें, आवास एवं औद्योगिक भवनों, बाँधों, फ्लाईओवर, बंजर
आगे की राह
फ्लाई ऐश के 100% उपयोग के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए निम्नलिखित कदम उठाये जा सकते हैं –
• आस-पास के बाजारों में फ्लाई ऐश आधारित भवन-उत्पादों को उपलब्ध कराना.
• रेलवे लाइनों को बिछाने के लिए स्लीपर-निर्माण में फ्लाई ऐश के उपयोग को प्रोत्साहित करना.

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Gopal Krishna Naik

Editor in Chief Naik News Agency Group

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