निःशुल्क स्वास्थ्य शिविर एवं कम्बल वितरण…

अघोर पीठ जन सेवा आश्रम पोंडी(दल्हा) अकलतरा द्वारा निःशुल्क स्वास्थ्य शिविर एवं कम्बल वितरण किया गया
सेवा ही सबसे बड़ा धर्म है इस कहावत को चरितार्थ करने वाली मानव सेवी संस्था अघोर पीठ जन सेवा अभेद आश्रम ट्रस्ट पोंडी(दल्हा) के तत्वाधान में दिनांक 24/12/2019 को
ग्राम राजपुर(रायगढ़) में आयोजित स्वास्थ्य शिविर में 1056 मरीज़ों को लाभ मिला जिसमे 413 पुरूष 385 महिला 258 बच्चे शामिल थे l पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार प्रातः 8 बजे से पंजीकृत मरीजो का इलाज जनरल सर्जन, चर्म रोग विशेषज्ञ, पैथोलोजिस्ट, होम्योफिजिशियन, ह्रदय रोग विशेषज्ञ, जनरल फिजीशियन, स्त्री रोग विशेषज्ञ डाक्टर उपस्थित थे, शिविर में आने वाले मरीजो का पहले पंजीयन किया गया है उसके बाद रोगों के अनुसार विशेषज्ञ चिक्तिसक कक्ष में उन्हें भेजा गया l आवश्यक होने पर मरीजो के रक्त संबंधी जाँच भी की गई, इस हेतु सिटी पैथोलैब की समुचित व्यवस्था ही शिविर परिसर में मौजूद रहती है
पैथोलौजी द्वारा 157 मरीजो के ब्लड शुगर 87 मरीजो के हीमोग्लोबिन व 30 मरीजो के ब्लड ग्रुप की जांच की इसके अलावा हृदय रोग के संभावित मरीजो का ईसीजी भी किया गया
मरीजो के इलाज के बाद सबसे बड़ी चुनोति दवा की उपलब्धता होती है l लेकिन अघोर आश्रम पोंडी के तत्वावधान में आयोजित होने वाले सभी शिविरों में दवा का निःशुल्क वितरण किया जाता है l दवा खरीदने में आर्थिक विपन्नता सबसे बड़ी बाधा मानी जाती है लेकिनआश्रम के शिविर ऐसे लोगो के लिए संजीवनी साबित हो रहे है l दवा प्रतिनिधियों की पूरी टीम चिकित्सको द्वारा लिखी गई दवाओं का निःशुल्क वितरण पूरे मनोयोग से करती है l
शिविरों में यह ईश्वरीय कार्य परम शक्ति के जरिये संचालित होता है,
कार्यक्रम के अंत में शिविर में आसपास से आये ग्रामीण को कम्बल वितरण किया गया!
अघोरेश्वर भगवान का पुण्य स्मरण करते हुए उनके चल चित्र पर पुष्प अर्पित कर शिविर प्रारम्भ किया गया l परम पूज्य कापालिक धर्म रक्षित राम बाबा जी ने अघोरेश्वर भगवान राम जी के स्थापित उद्देश्यों को पूरा करने हेतु अकलतरा के पास ग्राम पोंडी(दल्हा) में अघोर पीठ जन सेवा अभेद आश्रम की स्थापना 2008 के दशक में की थी l इसकी शाखायें बोईरडीह, लैलुंगा के अलावा मध्यप्रदेश, बिहार प्रान्त में भी मौजूद है l अपनी स्थापना से लेकर आज तक यह संस्था आम आदमी के जीवन मे न केवल आशा का संचार कर रही है अपितु चकाचौन्ध के इस युग मे सतयुगी वातावरण बनाने के लिए मार्गदर्शक की भूमिका का निर्वहन कर रही है l आश्रम ने निःस्वार्थ मानव सेवा की अदभुत मिशाल कायम की है जो सदा अविस्मरणीय रहेगी
अन्य शाखाओं में भी आस पास निवासरत साधनविहीन लोगो के जीवन की चिकित्सीय आवश्यकता पूरी करने में यह संस्था मददगार भूमिका का निर्वहन कर रही है l रायगढ़ व शिवरीनारायण में प्रति माह हाइड्रोशील आपरेशन के अलावा होम्योपैथ की चिकित्सा नियमित उपलब्ध कराई जा रही है, अघोर आश्रम पोंडी में एलोपैथी पद्धति से ईलाज व निःशुल्क दवा वितरण एवं होम्योपैथ पद्धति से इलाज व दवा का वितरण वर्ष भर किया जाता है l होम्योपैथ पद्धति से कई लोगो को लाभ मिल रहा है अम्बिकापुर,डभरा में स्वाथ्य शिविर के आयोजन के बाद रायगढ़ में इस शिविर का आयोजन की किया गया
निःशुल्क दवाओं के अलावा आवश्यकतानुसार मरीजो के निवास भोजन की व्यवस्था भी आश्रम प्रबंधन की ओर से निःशुल्क उपलब्ध कराई जाती है l इनके अलावा बाढ़ विपदा पर पीड़ितों हेतु प्रबंधन आवश्यक साधनों की व्यवस्था करता है l दहेज मुक्त व्यवस्था बनाने आश्रम पध्दति से विवाह हेतु भी प्रोत्साहन दिया जाता है l विधवा विवाह, खेती -किसानी राष्ट्रवाद की भावना हेतु आम लोगो को आत्मबल जागृत किया जाता है l
जिसके सिर ऊपर तू स्वामी सो दुख कैसा पावे…
साधन विहीन अज्ञान जन लोगो के लिए आश्रम की ओर से समुचित चिक्तिसिय व्यवस्था जिसके सिर तू स्वामी सो दुःख कैसा पावे का बोध कराती है l ग्रामीण क्षेत्र के बहुत से लोग जीवन की मूलभूत आवश्यकता चिकित्सा से वंचित रहते है l ऐसे लोगो के लिये निरन्तर निःशुल्क शिविरो का आयोजन मददगार साबित हो रहे है l
सकारात्मक प्रयास करता रहे समाज :- अघोर पीठ आश्रम पोंडी प्रबंधन द्वारा सकारात्मकता के साथ निरतंर प्रयासों का पक्षधर है l समपन्न वर्ग के लोग आगे आये औऱ सामाजिक सहयोग का वातारण बनाकर आपसी सामंजस्य स्थापित करे जिससे मानव जीवन की सार्थकता सही साबित हो सके l भौतिक रूप अर्जित पद प्रतिष्ठा धन मृत्यु के साथ ही यही रह जाता है आत्मा अपने संचित कर्म के साथ आती है औऱ कर्म के जरिये अपने संचित संस्कारो को साथ लेकर चली जाती है l सेवा का भाव जी जीवन सबसे बड़ा सद्कर्म व धर्म है l