कलेक्टर सिंह की पहल, जरूरतमंद बच्चों को बांटे जायेंगे चप्पल
कलेक्टर सिंह ने ली शिक्षा गुणवत्ता की बैठक
रायगढ़ । कलेक्टर भीम सिंह ने कलेक्टोरेट सभाकक्ष में शिक्षा गुणवत्ता की बैठक ली। उन्होंने कहा कि कोरोना से उपजी परिस्थितियों के बीच हमारी कोशिश होनी चाहिये कि हम वो हर संभव सुरक्षापूर्ण तरीके अपनाये जिससे बच्चों की पढ़ाई जारी रहे। इसके लिये शिक्षा विभाग में कार्यरत प्रत्येक व्यक्ति का अपना विजन होना चाहिये कि जिले के स्कूलों में शिक्षा व्यवस्था को और कैसे बेहतर किया जा सकता है।
बढ़ायी जाये बच्चों की कांपिटेंसी
कलेक्टर सिंह ने अंग्रेजी माध्यम स्कूल के संचालन के संबंध में चर्चा करते हुये कहा कि प्रशासन स्कूलों में इंफ्रास्ट्रक्चर व अन्य सुविधायें मुहैय्या कराने के लिये कार्यरत है। स्कूल का रिजल्ट बेहतर करना आप लोगों की जिम्मेदारी है। उन्होंने अध्ययनरत बच्चों के कांम्पिटेंसी लेवल बढ़ाने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि बच्चों के प्रदर्शन का विषयवार आंकलन करें। जिन विषयों में बच्चा कमजोर है उसकी एक्सट्रा क्लास लगाकर व विशेष ध्यान देकर बच्चे की उस विषय में पकड़ मजबूत बनायें। प्रत्येक माह पालकों से चर्चा कर स्कूल में बेहतरी के सुझाव लें। उन्होंने बच्चों के ओरल व रिटन कम्युनिकेशन स्किल पर भी विशेष रूप से काम करने के लिये कहा।
ऑनलाईन व ऑफलाईन क्लासेज के संचालन में सहयोगी जनप्रतिनिधि व ग्रामवासी होंगे सम्मानित
कलेक्टर सिंह ने विकासखण्डवार ऑनलाईन व ऑफलाईन क्लासेज की समीक्षा की। उन्होंने जिन गांवों में सरपंच, जनप्रतिनिधि व ग्रामवासी कक्षा संचालन में सहयोग प्रदान कर रहे है, उन्हें जिला स्तरीय कार्यक्रम आयोजित कर सम्मानित करने के निर्देश दिये। उन्होंने जिन बच्चों के पास स्मार्टफोन व इंटरनेट की सुविधा होने के बाद भी ऑनलाईन क्लासेज से नहीं जुड़ रहे है। उसकी सूची तैयार करने तथा उनसे तथा उनके पालकों से संपर्क कर कक्षाओं से जुडऩे के लिये प्रेरित करने के लिये कहा। उन्होंने कहा कि सभी जगहों पर मोहल्ला क्लासेस संचालित होनी चाहिये। कलेक्टर सिंह ने निजी स्कूलों के कक्षा संचालन का निरीक्षण करने के लिये कहा। आरटीई के तहत दाखिला प्राप्त बच्चों की भी पढ़ाई जारी रहे यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिये।
जरूरतमंद बच्चों को वितरित किये जायेंगे चप्पल
कलेक्टर भीम सिंह की पहल पर आदिवासी बाहुल्य इलाकों तथा दूरस्थ अंचल के ऐसे जरूरतमंद स्कूली बच्चे जिनके पास जूते या चप्पल नहीं है उन्हें रेडक्रास सोसायटी के माध्यम से चप्पल प्रदान किया जायेगा। उन्होंने सभी बीईओ को इसके लिये अपने विकासखण्ड में सर्वे कर सूची तैयार करने के निर्देश दिये।
कांफिडेंस बिल्डिंग के लिये करवाये क्विज तथा तात्कालिक भाषण
कलेक्टर सिंह ने बच्चों के कांफिडेंस बिल्डिंग के लिये बच्चों से कक्षा में पाठ्यक्रम के विषयों के साथ सामान्य ज्ञान से जुड़े प्रश्नोत्तर व तात्कालिक भाषण जैसी गतिविधियां करने के लिये कहा। जिससे बच्चों में आत्मविश्वास विकसित हो तथा वे पब्लिक स्पीकिंग कर सके। उन्होंने कहा कि बच्चों की सीखने की क्षमता विकसित करने के लिये चलाया जा रहा सीख कार्यक्रम अत्यंत महत्वपूर्ण है। शिक्षकों को जिम्मेदारी पूर्वक इसका क्रियान्वयन करना होगा। जिससे बच्चे कार्यक्रम का अधिकतम लाभ ले सके। कलेक्टर सिंह ने बैठक में सूखा राशन वितरण की जानकारी ली। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि बांटे जाने वाले खाद्य सामग्री की गुणवत्ता का पूरा ध्यान रखे, समय पर वितरण सुनिश्चित करें। उन्होंने बच्चों के गणवेश तथा पाठ्य पुस्तक वितरण की भी जानकारी ली।
उन्होंने सभी बीईओ व एबीईओ से उनके विकासखण्ड में शिक्षा के क्षेत्रों में किये जा रहे नवाचारों की जानकारी ली। बच्चों को किताबी ज्ञान के साथ व्यवहारिक शिक्षा देने पर भी जोर दिया। इस दौरान सीईओ जिला पंचायत सुश्री ऋचा प्रकाश चौधरी, डीईओ आर.पी.आदित्य, डीएमसी रमेश देवांगन तथा सभी विकासखण्डों के बीईओ तथा एबीईओ सहित शिक्षा विभाग के अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहे।