प्रदेश में शीतलहर के साथ मावठ का दौर शुरू, कई जिलों में गिरे ओले, कई जगह तापमान बढ़ा तो कहीं ठिठुरन बढ़ी
जयपुर। शीतलहर के साथ अब राजस्थान में मावठ का दौर शुरू हो गया है। साइक्लोनिक सर्कुलेशन सिस्टम बनने और पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से जयपुर समेत 8 जिलों में बारिश हुई, कई जगह ओले भी गिरे। माउंट आबू, चूरू समेत जिन इलाकों में एक हफ्ते से पारा जमाव बिंदु से नीचे था, वहां तापमान बढ़ गया। मौसम विभाग ने अगले 3 दिन हल्की बारिश के साथ कई जगहों पर ओले गिरने की चेतावनी दी हैं। राजधानी जयपुर में रविवार सुबह से ही हल्की बूंदाबांदी का दौर चल रहा है।
प्रदेश में अब शीतलहर के साथ मावठ का दौर शुरू हो गया है। साइक्लोनिक सर्कुलेशन सिस्टम बनने व पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से कई जगह रात का पारा 9 डिग्री तक बढ़ गया। राजधानी जयपुर में रविवार को सुबह से सूरज ने दर्शन नहीं दिए। सुबह शहर कोहरे के आगोश में रहा। अलसुबह राजधानी के कई इलाकों में हुई रिमझिम बारिश के बाद ठिठुरन बढ़ गई। ग्रामीण इलाकों में मावठ से किसानों के चेहरे खिल गए। मौसम विभाग ने 5 जनवरी तक कुछ जिलों में बारिश के साथ ओले गिरने की चेतावनी दी है।
दक्षिण-पश्चिम राजस्थान के उपर पश्चिम विक्षोभ सक्रिय होने के बाद प्रदेश के मौसम में बदलाव आ गया है। साल के आखिरी दिन तक जहां प्रदेश शीतलहर के आगोश में था, वहीं अब बादल और बारिश ने ठिठुरन कर दी है। प्रदेश में न्यूनतम तापमान में सर्वाधिक बढ़ोतरी चूरू में नौ डिग्री तक हुई है। वहीं शनिवार को जयपुर, दौसा, करौली, धौलपुर, भरतपुर, बूंदी, बारां, सवाईमाधोपुर, अलवर में बूंदाबांदी के बाद दिन में ठिठुरन रही। इससे दिन के तापमान में गिरावट हुई। प्रदेश में कोहरा छाया रहा।
जयपुर मौसम केन्द्र के निदेशक राधेश्याम शर्मा ने बताया कि एक पश्चिमी विक्षोभ चक्रवाती संचलन के रूप में अफगानिस्तान और मध्य पाकिस्तान के ऊपर स्थित है। इसके अगले 24 घंटों के दौरान थोड़ा पूर्व की ओर बढऩे की संभावना है। बाद के 3-4 दिनों के दौरान लगभग स्थिर रहेगा। वहीं, वायुमंडल के निचले स्तरों में एक प्रेरित चक्रवाती परिसंचरण तंत्र दक्षिण-पश्चिमी राजस्थान और आस-पास के क्षेत्र में स्थित है। अगले 2-3 दिनों के दौरान इसी क्षेत्र में बने रहने की संभावना है। इन परिस्थिति के मद्देनजर आगामी तीन दिनों तक राजस्थान के भरतपुर, जयपुर, कोटा और बीकानेर संभाग के जिलों में हल्के से मध्यम दर्जे की बारिश व कहीं-कहीं ओलावृष्टि होने की भी संभावना है।