महबूबा मुफ्ती का दावा- मुझे फिर दो दिनों से हिरासत में रखा है, बेटी को भी किया नजरबंद
श्रीनगर. जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने शुक्रवार को कहा कि उनको फिर से हिरासत में लिया गया है. उन्होंने दावा किया कि वह दो दिनों से अपने घर में बंद हैं. मुफ्ती ने कहा, ‘केंद्र शासित प्रदेश प्रशासन ने उन्हें पुलवामा में पार्टी नेता वहीद पारा के परिवार से मिलने की अनुमति नहीं दी.’ मुफ्ती ने दावा किया कि उनकी बेटी को भी घर में नजरबंद रखा गया है.
पीडीपी के युवा विंग के अध्यक्ष और पूर्व कैबिनेट मंत्री पारा बुधवार को दो दिनों की पूछताछ के बाद दिल्ली में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) द्वारा गिरफ्तार किए गए उन्होंने हाल ही में दक्षिण कश्मीर के पुलवामा से आगामी जिला विकास परिषद (डीडीसी) चुनावों के लिए अपना नामांकन दाखिल किया था.
मुफ्ती के करीबी माने जाते हैं पारा
मुफ्ती ने कहा कि उन्हें आधारहीन आरोपों में गिरफ्तार किया गया. मुफ्ती ने क्लिप भी साझा की गई जिसमें तत्कालीन गृह मंत्री राजनाथ सिंह को जम्मू-कश्मीर खेल परिषद के सचिव के रूप में पारा के योगदान की प्रशंसा करते हुए देखा जा सकता है. यह क्लिप उस समय की है जब पीडीपी जम्मू-कश्मीर में भाजपा के साथ गठबंधन में थी.पारा को मुफ्ती का करीबी माना जाता है और कहा जाता है कि घाटी के युवाओं के बीच उनकी फॉलोइंग है.
Ive been illegally detained yet again. Since two days, J&K admin has refused to allow me to visit @parawahid’s family in Pulwama. BJP Ministers & their puppets are allowed to move around in every corner of Kashmir but security is a problem only in my case. pic.twitter.com/U5KlWzW3FQ
— Mehbooba Mufti (@MehboobaMufti) November 27, 2020
मुफ्ती ने एक ट्वीट में कहा- ‘मुझे फिर से अवैध रूप से हिरासत में लिया गया है. दो दिनों से, जम्मू और कश्मीर प्रशासन ने मुझे पुलवामा में वाहिद पारा के परिवार से मिलने की अनुमति देने से इनकार कर दिया है. भाजपा के मंत्रियों और उनके कठपुतलियों को कश्मीर के हर कोने में घूमने की अनुमति है, लेकिन सुरक्षा केवल मेरे मामले में एक समस्या है.’
पूर्व सीएम ने लिखा- ‘उनकी क्रूरता कोई सीमा नहीं है. वाहिद को आधारहीन आरोपों पर गिरफ्तार किया गया और मुझे उसके परिवार को मिलकर सांत्वना देने की भी अनुमति नहीं है. यहां तक कि मेरी बेटी इल्तिजा को भी घर में नजरबंद रखा गया है क्योंकि वह भी वाहिद के परिवार से मिलना चाहती थी.’