सरकारी आयोजनों में प्रोटोकाॅल का नहीं हो रहा पालन…

खरसिया। रायगढ़ जिले के खरसिया विकास खण्ड में शिक्षा विभाग के सरकारी आयोजन,बीजेपी का कार्यक्रम बन कर रह न जाए। इनके आयोजन में ना तो प्रोटोकाॅल का पालन हो रहा है और न ही सरकारी नियमो का। कार्यक्रम पूरी तरह से सरकारी खर्च पर एक राजनीतिक दल विशेष के गुणगान का माध्यम बन कर रह गया है। सोशल मीडिया में जमकर भड़ास निकालते हुए कह रहे हैं कि सत्तारूढ़ दल के नेताओ के दबाव के आगे पूरा प्रशासनिक तंत्र पंगु हो गया…
खरसिया। रायगढ़ जिले के खरसिया विकास खण्ड में शिक्षा विभाग का सरकारी आयोजन, बीजेपी कार्यक्रम बन कर रह गए। उपरोक्त आरोप हम या हमारी टीम नहीं लगा रहा है। इनके आयोजन में ना तो प्रोटोकाॅल का पालन हो रहा है और ना ही सरकारी नियमो का। कार्यक्रम पूरी तरह से सरकारी खर्च पर एक राजनीतिक दल विशेष के गुणगान का माध्यम बन कर रह गया है। सत्तारूढ़ दल के नेताओ के दबाव के आगे पूरा प्रशासनिक तंत्र पंगु हो गया है। शासकीय कार्यक्रमो में कांग्रेस के जनप्रतिनिधियों की उपेक्षा से भड़के खरसिया क्षेत्र के जनप्रतिनिधि ने उक्त बातें सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है। श्रेय लेने की भूख इस कदर बढ़ गई है कि वे पूर्व सरकार की योजनाओं और उपलब्धियों को अपना बता कर बेसुरा राग अलाप रहे हैं। खरसिया के लोकप्रिय जनता ने विधानसभा चुनाव के परिणाम दे इनसे चेहरा छुपाने के लिए भाजपा अब सरकारी तंत्र और जनता के पैसे का दरुपयोग कर रही है। दरअसल यह पूरा विवाद गत दिनों खरसिया नगर के वार्ड में आयोजित स्वामी आत्मानंद शासकीय उत्कृष्ट अंग्रेजी स्कूल शाला प्रवेश महोत्सव में विधायक,जिला पंचायत अध्यक्ष,नगर पालिका अध्यक्ष, उपाध्यक्ष जनपद पंचायत, अध्यक्ष शिक्षा विभाग सहित दूसरे जनप्रतिनिधियों की उपेक्षा के बाद उठा है। इस आयोजन के लिए स्थानीय प्रशासन द्वारा जारी किए गए आमंत्रण पत्र और आमंत्रित अतिथियों की सूची में गैर भाजपाई जनप्रतिनिधियों की उपेक्षा किये जाने का आरोप लगाया जा रहा है।

मीडिया को मिली जानकारी के मुताबिक खरसिया में स्वामी आत्मानंद शासकीय उत्कृष्ट अंग्रेजी स्कूल खरसिया में ब्लॉक स्तरीय शाला प्रवेश उत्सव 2024 08/07/2024को11बजे शाला प्रवेश समारोह आयोजित किया जाना सुनिश्चित किया गया है, जिसमें क्षेत्र के निर्वाचित जनप्रतिनिधि को किसी प्रकार की सूचना नहीं मिली है,जबकि शासकीय कार्यक्रमों प्रोटोकॉल नियमों के विपरीत क्षेत्र के भाजपा कार्यकर्ताओं को जो प्रोटोकॉल के नियमों में नहीं आते उनका नाम आमंत्रण पत्र में उल्लेखित होने से निर्वाचित जनप्रतिनिधि में आक्रोश देखा जा रहा है होने वाला कार्यक्रम में शिक्षा विभाग अपने चुक पर सुधार करते हुए प्रोटोकॉल के अनुरूप कार्यक्रम कराते हैं या सत्ताधारी दल के आगे नतमस्तक होंगे यह देखने वाली बात है।




