बीजापुर में नक्सलियों ने जनअदालत लगाकर मारा, पिछले डेढ़ साल में 14 लोगों को मार दिया…

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जगदलपुर/बीजापुर-कुछ दिन पहले नक्सलियों ने अपने ही साथी की हत्या की थी।
छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में नक्सलियों की क्रूरता एक बार फिर देखने को मिली है। पुलिस की मुखबिरी के शक में नक्सलियों ने 2 ग्रामीणों को मौत की सजा दी है। जनअदालत लगाकर सैकड़ों ग्रामीणों के बीच दोनों की निर्मम हत्या की गई है। नक्सलियों ने 7-8 जनवरी की रात वारदात को अंजाम दिया है। मामला जांगला थाना क्षेत्र का मामला है।जानकारी के मुताबिक, जिले के नक्सल प्रभावित बेलचर गांव में 2 दिन पहले नक्सलियों ने जनअदालत लगाई थी। नक्सलियों की इस जनअदालत में इलाके के सौकड़ों ग्रामीण मौजूद थे। जनअदालत में ग्रामीण भोगी पोयाम और कोतरापाल निवासी बोटी कुहरामी को सब के बीच खड़ा किया था। ग्रामीणों को बताया कि ये दोनों गद्दार हैं। पुलिस की मुखबिरी करते हैं।फिर सैकड़ों ग्रामीणों के सामने दोनों की हत्या कर दी थी। नक्सलियों के डर की वजह से परिजनों ने इसकी सूचना पुलिस को भी नहीं दी। बीजापुर जिले के SP कमलोचन कश्यप ने कहा कि मामले के बारे में पता लगाया जा रहा है। जानकारी मिलते ही बताएंगे।मुखबिरी के शक में अपने ही साथी को भी माराबीजापुर जिले में नक्सलियों ने कुछ दिन पहले अपने ही साथी की हत्या की है। रविवार को गंगालूर एरिया कमेटी के नक्सलियों ने प्रेस नोट जारी किया है। प्रेस नोट के माध्यम से नक्सलियों ने कहा कि उन्होंने अपने साथी नक्सली कमांडर कमलू पुनेम को मौत की सजा दी है। वो गद्दार था। उन्होंने कहा अपनी ही बहन के साथ शारीरिक संबंध रखता था। बहन के साथ भागकर पुलिस के सामने घुटने टेकने जा रहा था। जिसे जनता ने पकड़ा और जन अदालत में लाकर खड़ा कर दिया। जिसे मौत की सजा दे दी गई।गद्दार कमलू के बहन से थे संबंध इसलिए मारा:जनअदालत लगाकर हत्या करने के बाद नक्सलियों ने जारी किया पत्र, कहा- भाई-बहन कर रहे थे पुलिस की मुखबिरीडेढ़ साल में 14 नक्सलियों को मारा डाला17 नवंबर 2020 को नक्सलियों ने सुकमा के जंगलों में जनअदालत लगाकर 2 युवकों की हत्या की थी।21 अक्टूबर 2020 को नक्सलियों ने बीजापुर में एक आरक्षक को अगवा कर जनअदालत लगा उसकी हत्या की थी।साल 2020 में ही नक्सलियों ने नारायणपुर के अबूझमाड़ में 2 युवकों पर पुलिस मुखबिरी का आरोप लगाकर गला रेत का हत्या की थी।साल 2020 में कांकेर जिले में नक्सलियों ने जन अदालत लगा कर एक पूर्व सरपंच की हत्या की थी।साल 2020 में कांकेर जिले में एक दिव्यांग युवक की हत्या कर शव सड़क किनारे फेंका था। इस पर भी पुलिस मुखबिरी का आरोप लगाया गया था।2020 में ही सुकमा जिले में ही नक्सलियों ने एक ग्रामीण पर पुलिस मुखबिरी का आरोप लगाकर उसकी हत्या कर दी थी।नवंबर 2021 में सुकमा जिले में जनअदालत लगाकर माओवादियों ने 2 युवकों की हत्या की थी। इनपर भी पुलिस मुखबिरी का आरोप लगाया था।नवंबर 2021 में नक्सलियों ने कांकेर जिले के कोयलीबेड़ा इलाके में जनअदालत लगाकर 1 ग्रामीण की हत्या की थी।
जनवरी 2022 में बीजापुर जिले में अपने ही एक साथी कमलू पुनेम को जन अदालत लगाकर मारा था।अब नक्सलियों ने 7-8 जनवरी की रात 2 ग्रामीणों को मार दिया है।



