राजा चारी: नासा के अंतरिक्ष मिशन पर कमांडर बनकर जाएंगे ये हिंदुस्तानी

नासा और यूरोपीयन स्पेस एजेंसी (ईएसए) ने भारतीय मूल के अमेरिकी नागरिक राजा चारी को स्पेसएक्स क्रू-3 मिशन का कमांडर चुना है. ये मिशन अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन पर जाएगा.
43 वर्षीय राजा चारी अमेरिकी वायु सेना में कर्नल के पद पर हैं. वो स्पेसएक्स क्रू-3 मिशन के कमांडर होंगे, जबकि नासा के टॉम मार्शबर्न पायलट होंगे और ईएसए के मथायस मौरर एक मिशन विशेषज्ञ के रूप में काम करेंगे. इस मिशन के अगले साल जाने की संभावना है.
सोमवार को एक बयान में नासा ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय साझेदारों की समीक्षा के बाद इस मिशन में चौथे सदस्य को जोड़ा जाएगा.
राजा चारी ने एक ट्वीट में कहा, “उत्साहित हूं. स्पेस स्टेशन जाने की तैयारी के लिए टॉम मार्शबर्न और मथायस मौरर के साथ ट्रेनिंग लेना सम्मान की बात है.”
अपने फ़ेसबुक पेज पर उन्होंने इस मिशन की तैयारी को लेकर अपने उत्साह और खुशी का इज़हार किया.
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक़, राजा चारी की ये पहली अंतरिक्ष उड़ान होगी. वो 2017 में नासा से जुड़े थे.
उन्होंने 2017 से नासा के ह्यूस्टन स्थित जॉनसन अंतरिक्ष केंद्र में दो साल की ट्रेनिंग की थी. वो नासा के अंतरिक्ष यात्रियों के कार्यक्रम के वर्ष 2017 की 22वीं क्लास के 12 ट्रेनीज़ में शामिल रहे हैं.
इसमें सात पुरुष और पांच महिलाएं शामिल थीं. इन 12 लोगों को कुल 18 हज़ार 300 उम्मीदवारों में से चुना गया था. उस दौरान विमान उड़ाने का प्रशिक्षण दिया गया, अंतरिक्ष में रहने और चलने की तैयारी कराई गई.
एक बयान में नासा ने बताया कि चारी को अपने करियर में 2,500 से ज़्यादा घंटे फ्लाइट में रहने का अनुभव है.
नासा ने लिखा – “उन्हें इस महीने की शुरुआत में आर्टेमिस टीम के सदस्य के रूप में चुना गया था और अब वो भविष्य के चंद्र मिशन के लिए काम करने के योग्य हैं.”
आर्टेमिस कार्यक्रम एक अंतरराष्ट्रीय मानव अंतरिक्ष यान कार्यक्रम है, जिसे अमेरिकी सरकार फंड करती है. इस कार्यक्रम का मकसद है 2024 तक “पहली महिला और अगले पुरुष” को चांद पर, ख़ासकर चांद के दक्षिण ध्रुवीय क्षेत्र पर भेजना.
राजा चारी का सफ़र
भारतीय मूल की कल्पना चावला और सुनीता विलियम्स के बाद अब राजा चारी नासा के किसी अभियान पर जाने वाले भारतीय मूल के तीसरे अंतरिक्ष यात्री होंगे. राजा चारी ने 2012 में सुनीता विलियम्स से मुलाक़ात भी की थी.
राजा चारी विस्कॉन्सिन के मिलवौकी शहर में जन्मे और उन्होंने आयोवा के सीडर फ़ाल्स शहर में स्कूली पढ़ाई की. फिर वो वाटरलू शहर में अपनी पत्नी और बच्चों के साथ रहने लगे.
चारी ने 1999 में अमेरिकी वायु सेना अकादमी से एस्ट्रोनॉटिकल इंजीनियरिंग में स्नातक की डिग्री हासिल की. उसके बाद एमआईटी से एस्ट्रोनॉटिक्स और एयरोनॉटिक्स में मास्टर्स की डिग्री हासिल की.
उसके बाद उन्होंने अमेरिकी नौसेना टेस्ट पायलट स्कूल से कोर्स पूरा किया. राजा चारी ने अमेरिकी वायु सेना अकादमी से भी पायलट की ट्रेनिंग हासिल की.
उन्होंने एफ़-35, एफ़-15, एफ़-16, एफ़-18 जैसे अमरीकी लड़ाकू विमानों की उड़ानें भरी हैं. अमेरिकी वायु सेना के लिए राजा चारी ने इराक़ युद्ध के दौरान एफ़-15ई लड़ाकू विमान की उड़ानें भी भरी थीं.
2013 में पहली बार राजा चारी ने नासा के लिए कोशिश की थी लेकिन उस बार नहीं चुने गए थे.
परिवार मूल रूप से आंध्रप्रदेश का
राजा चारी का परिवार मूल रूप से भारत के आंध्रप्रदेश का रहने वाला है. उनके दादा वेंकट चारी हैदराबाद की उस्मानिया यूनिवर्सिटी में गणित के प्रोफ़ेसर थे.
उनके पिता श्रीनिवास चारी 1970 में भारत से अमेरिका पढ़ाई करने आए थे और आयोवा के सीडर फ़ॉल्स में बस गए थे.
वह आख़िरी बार 2006 में भारत गए थे. राजा चारी अमेरिकी लड़ाकू विमानों के एक दल में विमान लेकर बेंगलुरु एयर शो में शामिल होने गए थे.
उससे पहले भी वह कई बार भारत जा चुके हैं. उन्हें भारतीय खाना बहुत पसंद है. राजा चारी ने 2017 में बीबीसी से कहा था कि वो और उनका परिवार अमेरिका में भी भारतीय रेस्तरां में खाने का स्वाद लेने के लिए आतुर रहता है.