बिहार में मौसम का कहर: वज्रपात से 22 लोगों की मौत,मुख्यमंत्री ने जताया शोक
पटना: बिहार में भीषण गर्मी के बाद मौसम ने अचानक करवट ली है। जहां एक ओर बारिश से लोगों को गर्मी से राहत मिली, वहीं दूसरी ओर आंधी-तूफान और आकाशीय बिजली ने कहर बरपाया है। बुधवार को राज्य के विभिन्न जिलों में वज्रपात की चपेट में आकर 22 लोगों की मौत हो गई, जबकि कई अन्य गंभीर रूप से झुलस गए हैं।
मीडिया सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, बेगूसराय और दरभंगा में सबसे अधिक 5-5 लोगों की मौत हुई है। मधुबनी में 4, समस्तीपुर, सहरसा और औरंगाबाद में 2-2, जबकि लखीसराय और गया में 1-1 व्यक्ति की जान चली गई। स्थानीय प्रशासन और आपदा प्रबंधन टीमें राहत और बचाव कार्य में जुटी हुई हैं। मृतकों की संख्या में और इजाफा होने की आशंका जताई जा रही है।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जताया शोक, मुआवजे का ऐलान
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस दुखद घटना पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि इस आपदा की घड़ी में सरकार पीड़ित परिवारों के साथ है। मुख्यमंत्री ने सभी मृतकों के परिजनों को चार-चार लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने का निर्देश दिया है। साथ ही लोगों से अपील की है कि खराब मौसम के दौरान पूरी सतर्कता बरतें और आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा समय-समय पर जारी दिशानिर्देशों का पालन करें।
तीन दिन का वज्रपात अलर्ट जारी
मौसम विभाग ने बिहार के 32 जिलों में आगामी तीन दिनों तक वज्रपात और बारिश की संभावना जताई है। इसके चलते अधिकतम तापमान में 2-4 डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट हो सकती है। बक्सर, भोजपुर, रोहतास, कैमूर, औरंगाबाद और अरवल को छोड़कर शेष सभी जिलों में हल्की से मध्यम बारिश और वज्रपात की चेतावनी दी गई है।
संभावित प्रभावित क्षेत्र
भरगामा, मधेपुर, त्रिवेणीगंज, पीपरा, किशनपुर, अररिया, जोकीहाट, बहादुरगंज, फोर्ब्सगंज, कुर्साकटा, सिकटी, नरपतगंज, दीघलबैंक, झंझारपुर, बाबूब लखनौर सहित कई क्षेत्रों में आकाशीय बिजली गिरने की आशंका बनी हुई है।
सावधानी ही सुरक्षा है
सरकार और मौसम विभाग की ओर से लोगों को सलाह दी गई है कि खराब मौसम के दौरान घरों में ही रहें, पेड़ों और खुले स्थानों से दूर रहें तथा मोबाइल का उपयोग सावधानीपूर्वक करें। किसी भी आपात स्थिति में स्थानीय प्रशासन से तुरंत संपर्क करें।