छत्तीसगढ़

जिले में राशन कार्डधारी को फोर्टिफाईड चावल का किया गया वितरण

महासमुन्द । राज्य शासन ने राज्य के आकांक्षी जिलों और दो हाई वर्डन जिलों में कुपोषण और एनीमिया जैसी बीमारियों से निपटने के लिए राज्य सरकार ने पीडीएस सिस्टम के तहत राशन कार्डधारी परिवारों को फोर्टिफाईड चावल का वितरण किया जा रहा है। जिले में भी संचालित उचित मूल्य की दुकानों के माध्यम से राशन कार्डधारी उपभोक्ताओं को फोर्टिफाईड चावल का वितरण किया जा रहा है। जिला खाद्य अधिकारी ने बताया कि फोर्टिफाईड चावल में आयरन, फॉलिक एसिड, विटामिन बी 12 जैसे पोषक तत्व होते है जिसके सेवन से पोषक तत्व की कमी होने से होने वाले एनीमिया और कुपोषण जैसी बीमारियों की रोकथाम होगी।

कलेक्टर निलेशकुमार क्षीरसागर ने जिले के उपभोक्ताओं को अपील की कि वे जिले को एनीमिया और कुपोषण से मुक्त बनाने के लिए उचित मूल्य की दुकानों से वितरित फोर्टिफाईड चावल को उपयोग करें तथा किसी भी प्रकार की भ्रामक जानकारी से दूर रहें। इस चावल में काफी पोषक तत्व होते है, जो एनीमिया और कुपोषण को दूर करने में कारगर है।

खाद्य अधिकारी ने बताया कि फोर्टिफाईड चावल वितरण योजना की शुरुआत में आमजन में जानकारियों के अभाव की वजह से फोर्टिफाईड चावल को प्लास्टिक चावल समझा गया था, जो कि सही नहीं हैं। उन्होंने बताया कि ऐसी जानकारी मिली है कि फोर्टिफाईड राईस से कर्नल्स को अलग करके पकाया जा रहा है, जो कि उचित प्रक्रिया नहीं हैं।

उचित मूल्य की दुकान से वितरित फोर्टिफाईड चावल में 100 के अनुपात में सामान्य चावल और फोर्टिफाईड चावल कर्नल्स मिश्रित होता है। इस राईस में पौष्टिक तत्व होते है, जो शरीर को भरपूर ऊर्जा प्रदान करती है और शरीर को बीमारी से दूर रखते है। दरअसल छत्तीसगढ़ की 12 जिलों में लोग खासकर आकांक्षी जिलों में कुपोषण और एनीमिया से प्रभावित है। इस समस्या से प्रभावित लोगों को राहत पहुंचाने के लिए राज्य शासन ने विशेष पहल करते हुए फोर्टिफाईड राईस उचित मूल्य की दुकानों से वितरण करने का फैसला लिया।

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