सावधान! देश में अब बर्ड फ्लू का कहर, राजस्थान में 140 पक्षियों की मौत, हरियाणा में 1 लाख मुर्गियों की गई जान
मध्य प्रदेश के बाद हिमाचल, राजस्थान और केरल तक बर्ड फ्लू से दहशत मच गई है जिसे देखते हुए राज्य सरकारों ने अलर्ट जारी किया है। राजस्थान में बर्ड फ्लू के प्रकोप की पुष्टि होने के बाद राज्य के छह जिलों में 140 और पक्षियों की मौत हो गई है। राज्य के एक अधिकारी ने ये जानकारी दी। इनमें से सवाई माधोपुर में 35, बीकानेर में 53, झालावाड़ में 22, बारा में 17, पाली में 9 और बांसवाड़ा में 7 कौवों की मौत शामिल है।
पिछले एक हफ्ते में, राजस्थान में कुल 522 पक्षियों की मौत हुई है, जिनमें से 471 कौवे थे, और बाकी बगुला और बया वीभर शामिल हैं।
सोमवार को एवियन इन्फ्लूएंजा के परीक्षण के लिए लगभग 13 नमूने भोपाल भेजे गए थे। फिलहाल एच5एन1 वायरस हिमाचल प्रदेश, राजस्थान और मध्य प्रदेश में पक्षियों में पता चला है। विशेषज्ञों का कहना है कि यह वायरस कोविड-19 महामारी के बीच और घातक हो सकता है।
वन्यजीव वार्डन के चीफ वाइल्डलाइफ मोहनलाल मीणा ने कहा, “हम संक्रमण की जांच के लिए तत्काल कार्रवाई करने की रणनीति पर काम कर रहे हैं। हमारी टीमें बिना किसी देरी के ऐसे सभी मामलों को ट्रैक कर रही हैं और उन्हें विशेष सावधानी से निपट रही हैं।”
उन्होंने कहा, यह रणनीति सभी जिलों में लागू की जा रही है। हमने पशु चिकित्सा विभाग, जिला प्रशासन और वन विभाग की संयुक्त टीमों का गठन किया है और संक्रमण को रोकने के लिए हम सभी मिलकर काम कर रहे हैं।
उधर मध्य प्रदेश में भी बर्ड फ्लू का संकट गहराने लगा है। इसी के चलते सरकार ने पूरे राज्य में अलर्ट जारी किया है। राज्य के कई हिस्सों में बीते 10 दिनों में बड़ी संख्या में कौओं की मौत हुई है। इंदौर में 142, मंदसौर में 100, आगर-मालवा में 112, खरगोन जिले में 13, सीहोर में नौ कौओं की मृत्यु हुई है।
हरियाणा के बरवाला क्षेत्र में रहस्यमय तरीके से करीब एक लाख मुर्गी और चूजों की मौत हो चुकी है। मुर्गियों के रहस्यमय तरीके से मरने का सिलसिला 5 दिसंबर से शुरू हुआ था। बता दें कि बरवाला क्षेत्र के 110 मुर्गी फार्मों में से लगभग दो दर्जन फार्मों में मुर्गियों की रहस्यमय तरीके से मौत हो चुकी है।