कोरोना के प्रति लापरवाही बरतने पर जी पी पैलेस संचालक पर होगी कार्यवाही
कोरोना के प्रति लापरवाही बरतने पर जी पी पैलेस संचालक पर क्या होगी कार्यवाही
कोरोना संक्रमण से लड़ने के लिए पुलिस, प्रशासन के अधिकारी परिवार से दूर रहकर बड़ी भूमिका निभा रहे हैं तथा आम आदमी को कोरोना बचाने के लिए अपनी जान भी जोखिम में डाल रहे हैं। वही कुछ लोग इतने बेपरवाह होते हैं की वो नियमों का उल्लंघन कर, लोगों के जान के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं।
मिली जानकारी के अनुसार उत्तर प्रदेश के झाँसी में रहने वाला, नीरज देव वर्मा खरसिया में शासकीय सेवक के रुप में पदस्थ है। जो खरसिया के पुरानी बस्ती में किराए के मकान में रहता है। लाॅकडाउन से कुछ दिन पूर्व ही अपने गृह निवास उत्तर प्रदेश झांसी गया हुआ था, जो दिनांक 08 जुलाई 2020 को अपने किराए की मकान पर पहुंचते ही मकान मालिक ने कोरोना लाॅकडाउन के नियमों, निर्देश की वजह से रहने से मनाही किया और नीरज देव वर्मा स्थानीय प्रशासन द्वारा निर्देशित खरसिया स्थित जीपी पैलेस होटल में पेड कोरेनटाईन पर दस्तावेजी प्रमाण पूर्ण कर 28जुलाई 2020तक के लिए ठहर गया। जो अगले ही सुबह 09 जुलाई 2020 को अपने घर वापस झांसी उत्तर प्रदेश छत्तीसगढ़ शासन प्रशासन के निर्देश को ठेंगा दिखा चले गया।
झांसी में लगातार बढ़ रही संक्रमण की रफ्तार और मरने वालों की संख्या….
देशव्यापी लॉकडाउन के अनलॉक होने के बाद से उत्तर प्रदेश की वीरांगना नगरी झांसी में नोवल कोरोना वायरस संक्रमण की न केवल रफ्तार लगातार बढ़ती ही जा रही है
झांसी में संक्रमण की लगातार भयावह होती स्थिति के बीच अगर महानगर में अनलॉक के बाद सोशल डिस्टेंसिंग और चेहरे को मास्क से ढ़कने के नियम की बात करें तो लोग इसकी अनदेखी तो कर ही रहे हैं लेकिन कहीं न कहीं प्रशासन भी इसके लिए कड़ाई बरतने को उत्सुक नजर नहीं आ रहा है। बाजारों में और भीड़ भरे इलाकों में पुलिस या निगरानी टीमों की अनुपस्थिति इन नियमों की धज्जियां उड़ाने वालों को और बल दे रहीं है। इन्हीं सब का नतीजा है कि संक्रमण महानगर में तेजी से फैलता जा रहा है।
घोर लापरवाही किसकी
कोरेनटाईन के नियमों के अनुसार पेड कोरेनटाईन में रह रहे व्यक्ति नीरज देव वर्मा को 14 दिन कोरेनटाईन में रहना था, नियमों के अनुरूप सम्पूर्ण दस्तावेज भी नीरज देव वर्मा से जी पी पैलेस के संचालक ने भराए गए, जिसकी छायाप्रति खरसिया पुलिस चौकी में जमा किया गया है। किन्तु ऐसा क्या हुआ की 28जुलाई तक के पेड कोरेटाईन में रहने की शपथ पत्र भरे नीरज देव वर्मा के अलाव परिवार के चार और सदस्य जो जी पी पैलेस खरसिया के रूम नम्बर 102डीलक्स रूम में सोशल डिस्टेस का पालन न कर, एक अलग बेड लगा एक ही कमरे पर 05 व्यक्ति को ठहरने दिया गया। अगले दिन 9 जुलाई की अलसुबह पेड कोरेन टाईन में रह रहे, नीरज देव वर्मा अपने परिजनों के साथ खरसिया छत्तीसगढ़ छोड़ शासन प्रशासन के निर्देश को ठेंगा दिखा अपने गृह राज्य उत्तरप्रदेश नौ दो ग्यारह हो गए। उपरोक्त घटनाक्रम के सम्बन्ध में खरसिया चौकी प्रभारी प्रशिक्षु डीएसपी से घटनाक्रम की जानकारी का प्रयास किये परन्तु कई बार मोबाइल सम्पर्क किए जाने के उपरांत देर रात तक टालते रहे….?
जीपी होटल पैलेस संचालक ने किया मना, कोई नीरज देव वर्मा नही आया उसके होटल
वही होटल संचालक से पूंछने पर उन्होंने साफ साफ मना कर दिया की उसके होटल में पिछले 15 दिनों में कोई नीरज वर्मा नाम का व्यक्ति, न ही कोई परिवार के साथ, होटल में आया है। किन्तु उसी होटल का सारा दस्तावेज चीख चीख कर कह रहा है की नीरज वर्मा यहां और सारे नियम कानून को ठेंगा दिखाकर, होटल व्यवसायी के नाक के नीचे रफूचक्कर हो गया। होटल संचालक व नीरज देव वर्मा जानकारी छिपाकर खरसिया के लोगों के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं।
क्या नीरज देव वर्मा के 9-2-11 होने की जानकारी सप्ताह बीत जाने के उपरांत स्थानीय प्रशासन व पुलिस को होटल व्यवसायी के द्वारा नहीं दिए…?