मेहनताना मांगने पर धर्म नगरी का धन्ना सेठ गरीब मजदूर का फोड़ा सर
मेहनताना मांगने पर धर्म नगरी का धन्ना सेठ गरीब मजदूर का फोड़ा सरकुबेरों की नगरी कहलाने वाले खरसिया नगर में यूं तो तरह -तरह के धार्मिक आयोजनों में लाखों करोड़ों रुपये को पानी की तरह बहा दिया जाता है, वहीं ऐसे भी कुछ लोंग है जो मजदूर के अपने हक की मजदूरी मांगे तो, उसका सर फोड़ देते है। आखिर हो क्या रहा है आपके-हमारे धर्म नगरी में…?धर्म कर्म के लिए जाने और पहचाने जानें वाला नगर उद्योग घरानों के आने के उपरांत दिन दूनी रात चौगुनी आर्थिक स्थितियों में व्यापार जंगत के लोगों का होने लगा … कहीं पूर्वजों के धरोहर को पैसे का चकाचौंध में भूलते चलें जा रहें हैं …? या कुछ और….?कई मजदूर ऐसे भी हैं जिसकी मजबूरी चार दीवारों के अंदर ही घूंट कर रह जाता है। ऐसा ही एक मामला कुबेरों की नगरी खरसिया में तेल और घी कारोबारी के यहाँ मजदूर की मजदूरी न देने का आया है, जहां महज 200 रुपये की मजदूरी की जगह 100 रुपये की मजदूरी दिया जा रहा था, अपने हक अधिकार के बात किया तो मजदूर की मजदूरी तो मिलना दूर जनाब अपना सर फोड़ दूदकार कर खदेड़ दिया रसूकदार तेल घी के बड़े कारोबारी बाप बेटा पर डाक्टर के मेडिकल परीक्षण रिर्पोट उपरांत खरसिया चौकी पुलिस ने अपराध दर्ज तों कर लिया है परन्तु गरीब कामगार की हक की मजदूरी का भूकतान न करने पर क्या होगी कार्यवाही …?